Thursday 28 June 2012

कहां चले गए पापा..


निज प्रतिनिधि, बरहट : पापा कहां चले गए, जल्दी आइए, पापा जल्दी आइए यह कह रोते-रोते मृतक पंकज की बेटियों का बुरा हाल था। उनके मर्माहत रुदन से सारा माहौल बोझिल हो उठा। मृतक की पत्‍‌नी पिंकी देवी रह-रहकर अचेत हो रही थी। मृतक की आठ वर्षीया पुत्री मुस्कान ने एसडीपीओ वीरेन्द्र साहू को बताया कि उसके पापा चाचा प्रकाश गुप्ता एवं कृष्णा गुप्ता के साथ खेत पर गए थे। खेत पर उनके बड़े पापा ललन गुप्ता से बात हो रही थी। तभी चिंटू भैया उर्फ तारकेश्वर गुप्ता ने पीछे से रड से पापा को मारा। पापा वहीं गिर गए। इतना बताते ही उसने मासूमियत से पूछा कि सर पापा ठीक हो जाएंगे न। इतना सुनते ही सभी द्रवित हो गए। बताते चलें कि मृतक पंकज गुप्ता को छोटी-छोटी चार बेटियां तथा एक बेटा है।
दो गज जमीन के लिए हुई धरती लाल
बरहट : दो गज जमीन के लिए हुई धरती लाल। यह किदवंती मलयपुर गांव स्थित मलयपुर बाजार में घटित घटना में सटीक बैठती है। सिर्फ दो गज जमीन के लिए भतीजे ने चाचा को मार डाला। मृतक अधिवक्ता पंकज गुप्ता का अपने भाई के साथ वर्षो से जमीन को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा था। इधर कुछ महीने पहले सभी ने बैठकर समस्या का निराकरण किया तथा आपस में जमीन का बंटवारा कर लिया। जमीन की महत्ता को बनाए रखने के लिए सभी भाइयों ने मिलकर जमीन में सड़क का रास्ता छोड़ा था। गुरुवार को ललन गुप्ता द्वारा जमीन की जुताई के क्रम में इस मापदंड को भुला दिया गया। इस बात को लेकर पंकज गुप्ता जमीन पर पहुंच कार्य को रोक दिया। जिस पर इनका विवाद दूसरे पक्ष के ललन गुप्ता तथा राजेन्द्र गुप्ता उर्फ कारु से होने लगा। इसी दौरान गुस्से से भरे ललन गुप्ता के पुत्र तारकेश्वर गुप्ता घर से निकला तथा पंकज पर हमला करते हुए उसके छाती में रड घुसेड़ डाला। 

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