संवाद सूत्र, सिमुलतला (जमुई): मेहनत के बल पर आधा दर्जन गाव के किसानों
ने आर्थिक स्थिति मजबूत कर अपनी तकदीर बदल डाली। वैसे भी मेहनतकशों की कदम
चूमती है सफलता। सब्जी की खेती कर टेलवा पंचायत के कुराबा, चौधरिया,
घासीतरी, नावाडीह, गादी, टेलवा आदि गावों के लगभग सौ एकड़ भूमि में बैंगन,
मीर्च, टमाटर, आलू, फूलगोभी, बंधागोभी, धनिया पत्ता, पालक, मैथी साग,
राजमा, गाजर, खीरा आदि उपजा कर किसान सालाना 50-60 हजार रुपये अर्जित कर
लेते हैं। संसाधन का अभाव व बिक्री के लिए बड़ा बाजार नहीं होने के बावजूद
इच्छा शक्ति में कमी नहीं है।
किसान सम्मान से सम्मानित कुराबा गाव के कृषक शकर महतो ने बताया कि हमारी मेहनत से प्रेरणा लेकर कई पिछड़े व आदिवासी जो कभी खेती की और मुखातिब नहीं होते थे, आज खेती कर आत्मनिर्भर हो गए हैं। श्री महतो ने कई किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि वे आज खेती के बल पर स्वालंबी बने हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन दफा ग्रीन कार्ड दिया। जिसे मैंने तत्कालीन जिलाधिकारी रामशोभित पासवान व कृषि पदाधिकारी आरपी सिंह को दिया। लेकिन मुख्यमंत्री के सारे पत्र व ज्ञापाक का कोई असर अधिकारियों पर नहीं हुआ। श्री महतो कहते हैं कि अगर सरकार गाव के बगल में अवस्थित बडुआ नदी से पटवन व बिक्री केंद्र की व्यवस्था कर दे तो हम किसानों का आय और बढ़ जाएगा।
किसान सम्मान से सम्मानित कुराबा गाव के कृषक शकर महतो ने बताया कि हमारी मेहनत से प्रेरणा लेकर कई पिछड़े व आदिवासी जो कभी खेती की और मुखातिब नहीं होते थे, आज खेती कर आत्मनिर्भर हो गए हैं। श्री महतो ने कई किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि वे आज खेती के बल पर स्वालंबी बने हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन दफा ग्रीन कार्ड दिया। जिसे मैंने तत्कालीन जिलाधिकारी रामशोभित पासवान व कृषि पदाधिकारी आरपी सिंह को दिया। लेकिन मुख्यमंत्री के सारे पत्र व ज्ञापाक का कोई असर अधिकारियों पर नहीं हुआ। श्री महतो कहते हैं कि अगर सरकार गाव के बगल में अवस्थित बडुआ नदी से पटवन व बिक्री केंद्र की व्यवस्था कर दे तो हम किसानों का आय और बढ़ जाएगा।