Thursday 22 December 2016

जमुई रेलवे स्टेशन से 25 कछुए के साथ तस्कर गिरफ्तार


जमुई। वन विभाग द्वारा जमुई पुलिस के सहयोग से जमुई स्टेशन के दो नंबर प्लेटफार्म पर एक बैग में बंद 25 जिंदा क छुआ को लेकर ट्रेन का इंतजार कर रहे एक व्यक्ति को मौके से पकड़ लिया गया। जमुई वन प्रमंडल के पदाधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति प्रतिबंधित क छुआ लेकर जा रहा है। इस सूचना पर जमुई के अपराध नियंत्रण कक्ष की मदद लेकर जमुई स्टेशन पर गुरुवार की सुबह 7 बजे पहुंचे और बैग के साथ खड़े एक व्यक्ति की तलाशी ली गई तो उसके बैग में रखा 25 जिंदा कछुआ बरामद हुआ। इस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार व्यक्ति जमुई के खैरा थाना‌र्न्तगत मांगोबंदर का साहिल सिंह बताया जाता है। पुलिस तथा वन विभाग के लोगों ने उसे वन्य प्राणी के अवैध तस्करी के जुर्म में भारतीय वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा के तहत जमुई कोर्ट में प्रस्तुत किया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। इस मामले में वन विभाग ने सीजेएम शशिभूषण मणि त्रिपाठी की अदालत में एक आवेदन देकर अनुमति मांगी कि कछुआ को सरकार द्वारा अधिसूचित नागी नकटी डैम पक्षी अभ्यारण्य में मुक्त करने की अनुमति दी जाए। जिसकी अनुमति मिलने के बाद वनकर्मी उसे सुरक्षित छोड़ने ले गए। -

Wednesday 21 December 2016

कोलकाता व गाजीपुर के बीच नई ट्रेन का परिचालन 25 से



जमुई। आगामी 25 दिसंबर से एक नई साप्ताहिक ट्रेन कोलकाता और गाजीपुर सिटी के लिए चलाई जाएगी। उक्त जानकारी आसनसोल रेल मंडल के पीआरओ बी मुर्मू ने एक विज्ञप्ति जारी कर मंगलवार देर शाम को दिया। उन्होंने बताया कि 13121 अप कोलकाता गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस 25 दिसंबर 2016 से प्रत्येक रविवार की रात्रि 8 बजकर 05 मिनट में कोलकाता स्टेशन से खुलेगी और अगले दिन 10:25 बजे गाजीपुर पहुंचेगी। 13122 डाउन गाजीपुर सिटी कोलकाता साप्ताहिक एक्सप्रेस 26 दिसंबर 2016 से प्रत्येक सोमवार को 2:15 से गाजीपुर स्टेशन से खुलेगी और अगले दिन 5:15 बजे कोलकाता पहुंचेगी। ट्रेन दुर्गापुर, आसनसोल, मधुपुर, जसीडीह, झाझा, हाथीदह, बख्तियारपुर, पटना जंक्शन, पाटलीपुत्र, दिघवारा, छपरा, और बलिया स्टेशन से होकर चलेगी। ट्रेन में एसी टू टीयर, एसी थ्रिटीयर एवं शयनयान श्रेणी की सुविधा रहेगी।

विस्फोटक के साथ एरिया कमांडर सहित चार नक्सली गिरफ्तार


जमुई। आधा दर्जन से अधिक नक्सली काड का मुख्य आरोपी सह नक्सली एरिया कमाडर सुलो यादव उर्फ सुरेन्द्र यादव सहित तीन अन्य नक्सली को भारी मात्रा में विस्फोटक एवं हथियार के साथ झाझा पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली में माणिकबथान के सुलो यादव के अलावा कारू मराडी एवं दो अन्य है। जिससे पुलिस सघन पूछताछ कर रही है। इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।
बताया जाता है कि बुधवार को पुलिस अधीक्षक जयंतकात को गुप्त सूचना मिली कि नक्सलियों की एक बैठक माणिकबथान गाव में हो रही है। उक्त सूचना पर अभियान एएसपी डीएन पाडेय के नेतृत्व में झाझा पुलिस, सीआरपीएफ एवं एसटीएफ के साथ माणिकबथान जंगल में छापेमारी अभियान चलाया जहा से माणिकबथान गाव के नक्सली सुलो यादव, कारू मराडी सहित दो अन्य को एक क्विंटल विस्फोटक एवं हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। ज्ञात हो कि सुलो यादव पर आधा दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। बताया जाता है कि गिरफ्तार सभी नक्सली को गुप्त जगह पर रखकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
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मोदी ने पढ़ाया संगठन मजबूती का पाठ



जमुई। तीन साल में किसानों को खेती के लिए अलग फीडर से बिजली आपूर्ति की जाएगी। दो वर्षो में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 से अधिक आबादी वाले हर गांव को बिजली से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। फिलवक्त भारत सरकार बिहार को एक हजार मेगावाट अतिरिक्त बिजली मुहैया करा रही है। उक्त बातें बिहार विधान परिषद के प्रतिपक्ष नेता सुशील कुमार मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी समारोह के अवसर पर मलयपुर स्थित पं. जगन्नाथ प्रसाद चतुर्वेदी स्मृति भवन में कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि जनता के बीच कार्यकर्ता इस विषय के साथ-साथ केंद्र प्रायोजित योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने संगठन की मजबूती पर बल देते हुए कहा कि नए चेहरे को संगठन से जोड़ें। अधिक से अधिक वार्ड सदस्य को सदस्य बनाएं। आगामी 11 से 17 फरवरी तक दीनदयाल समर्पण सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान हर मंडल में कार्यकर्ता सम्मेलन कर पं. दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि जिला कार्यकारिणी की बैठक प्रत्येक महीने होगी जिसमें मंडल अध्यक्ष की उपस्थिति अनिवार्य है। इसी प्रकार हर महीने मंडल कमेटी की एक बैठक होगी जिसमें पंचायत अध्यक्ष की उपस्थिति अनिवार्य होगी। पंचायत कमेटी की बैठक तीन महीने में एक बार होगी। मोदी ने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि जन समस्याओं पर आवाज उठाएं। मोदी सरकार गरीबी रेखा के नीचे बसर करने वाले घर को मुफ्त बिजली कनेक्शन दे रही है। इसके लिए केंद्र सरकार 3 हजार प्रति कनेक्शन दे रहा है। बिहार में 1.5 करोड़ बीपीएल परिवार के लिए बिहार को राशि मुहैया करा दी गई है। मौके पर उन्होंने कार्यकर्ताओं से जमुई की मुख्य समस्याओं की जानकारी ली। साथ ही कहा कि छह महीना के अंदर सभी भाजपा कार्यकर्ताओं का घर शौचालययुक्त होना चाहिए। इसके पूर्व बैठक को संबोधित करते हुए बांका के पूर्व सांसद पुतुल देवी ने कहा कि 90 दिनों के दो महत्वपूर्ण कार्रवाई ने हर हिन्दुस्तानी का सिर गर्व से उठा दिया है। सर्जिकल स्ट्राइक से सेना का मनोबल बढ़ा तो भारतवासियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ और सीना गर्व से तन गया। पूर्व की सरकारों को वोट के चक्कर में नोटबंदी का निर्णय लेने की हिम्मत नहीं थी। झाझा विधायक डॉ. रविंद्र यादव ने कहा कि लोग परेशान होकर भी निर्णय के साथ हैं। भाजपा के हाथ में अपना भविष्य सुरक्षित मान रहे हैं। लालू के विरोध में नीतीश की ताजपोशी हुई। मगर आज दोनों एक हो गए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर ऐसे गठबंधन को उखाड़ फेकने की अपील की। जमुई के पूर्व विधायक अजय प्रताप ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। ऐसे ऐतिहासिक फैसले के लिए 56 नहीं 156 इंच का सीना चाहिए। एक साथ आतंकवाद, नक्सलवाद पर प्रहार किया। बैठक की कार्यवाही का संचालन जिलाध्यक्ष भाष्कर सिंह ने किया। इस अवसर पर महावीर पासवान, पूर्व जिलाध्यक्ष गौरी शंकर मधूप, प्रकाश भगत, नवल किशोर सिंह, विकास सिंह, मंडल अध्यक्ष विनय पांडेय, भाजयुमो कमलजीत सिंह, शंभुनाथ सिंह, पिंकू सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Monday 19 December 2016

जमुई में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत सोमवार को 104 बीपीएल परिवारों को गैस कनेक्शन आवंटित किया गया।


जमुई। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत सोमवार को 104 बीपीएल परिवारों को गैस कनेक्शन आवंटित किया गया। स्थानीय गैस एजेंसी श्रीगौरी इंडेन ग्रामीण वितरक ने इसके लिए बकायदा शिविर आयोजित करते हुए उक्त योजना की सफलता के लिए प्रतिबद्धता दिखाई। एजेंसी परिसर में सोमवार को वहा उपस्थित 104 लाभुकों को गैस कनेक्शन दिए गए।
शिविर के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक किशोरी लाल गुप्ता ने गैस कनेक्शन आवंटित करते हुए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की विशेषता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गरीबों के जीवन स्तर को उठाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उज्जवला योजना उन्हीं योजनाओं में से एक है। एजेंसी के प्रोपराइटर राकेश कुमार भगत ने जानकारी दी कि अभी तक सोनो में योजना के तहत कुल 2487 गैस कनेक्शन आवंटित किए जा चुके हैं। पीएचएच राशन कार्डधारियों से उन्होंने अपील की कि वे आवेदन देकर अपना गैस कनेक्शन जितनी जल्द हो करवा सकते हैं। इस मौके पर सोनो के विभिन्न गावों से आए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

राज्य सरकार का नहीं मिलता है सहयोग : चिराग पासवान


जमुई। विकास कायरें में राज्य सरकार का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाता है। जिसका प्रभाव जमुई जिले में होने वाले विकास कायरें पर स्पष्ट दिखता है। उक्त बातें जमुई सासद सह लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने प्रखंड के मगही में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली ग्रामीण सड़कों के उद्घाटन समारोह के मौके पर कही। उन्होंने कहा कि जमुई में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए आजतक राज्य सरकार जमीन मुहैया नही करा पाई। ऐसे में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना का मामला अधर में लटका है। ऐसी ही स्थिति प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व विद्युतीकरण योजना की भी है। मोदी सरकार ने सभी गावों में विद्युतीकरण का लक्ष्य बनाया है लेकिन राज्य सरकार सहयोग नहीं करती। सासद ने कहा कि हमने अबतक के कार्यकाल में जमुई संसदीय क्षेत्र में कई विकास कायरें को अंजाम दिया। हमारा उद्देश्य हर गाव तक पक्की सड़क पहुंचा देना है। उन्होंने सरकार के नोटबंदी पर आमलोगों द्वारा दिए गए सहयोग पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जनता धन्यवाद के पात्र हैं। सासद ने कर्रा तक पथ निर्माण सहित जमुई खडगपुर पी डब्ल्यूडी पथ से पचेश्वरी तक पथ निर्माण, हरला मोड़ से बेलदारी तक सडक निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। झाझा विधायक डॉ. रवीन्द्र यादव ने कहा कि कार्यकर्ताओं को अपने अपने क्षेत्र में हो रहे विकास कायरें पर नजर रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब जरूरत पडे़ हम अपने कार्यकर्ताओं के सहयोग के लिए तैयार हैं। इस मौके पर सासद प्रतिनिधि जीवन सिंह भाजपा प्रखंड अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया अरुण हासदा, पूर्व अध्यक्ष शभु प्रसाद मंडल, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष बिनोद यादव, उपप्रमुख सह लोजपा नेता रंजीत पासवान व कुंदन पासवान सहित कई लोग मौजूद थे।

Sunday 18 December 2016

जमुई के महावीर की धरती पर दिखने लगी मुख्यमंत्री के सात निश्चय की झलक


जमुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूबे के विकास के लिए जो सात निश्चय तय किए हैं उसकी झलक महावीर की धरती लछुआड़ में दिखने लगी है। अब राम मांझी, दिनेश मांझी, धर्मराज मांझी आदि के घरों में सुबह होते ही नल से जल मिलना शुरू हो जाता है। पहले इसी पानी के लिए उन्हें सरकारी चापाकल पर लाइन लगाना पड़ता था या फिर नदी के पानी से प्यास बुझाते थे।
दिनेश मांझी बताते हैं कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरे घर में नल होगा और घर की महिलाओं को पानी लाने बाहर नहीं जाना होगा। दूसरी तरफ, उपेन्द्र मांझी, कपिल मांझी, उमेश मांझी सहित दर्जनों महादलित परिवार ऐसे हैं जिनके घर शौचालय का निर्माण जोर-शोर से हो रहा है। अब तक उनका घर शौचालय विहीन था। खुले में शौच करने की मजबूरी थी। मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत पक्की, गली व नली निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी सिलसिले में चार दिन पूर्व जिले के उपविकास आयुक्त सतीश कुमार शर्मा ने लछुआड़ पहुंचकर सात निश्चय के तहत हो रहे कार्यो का हाल जाना। संभावना जताई जा रही है कि निश्चय यात्रा के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जमुई आगमन पर जिला प्रशासन उन्हें लछुआड़ में सात निश्चय के कार्यो का अवलोकन करा सकता है। अब तक ढिबरी की रोशनी में जीवन व्यतीत करने वाले गरीबों के घर बल्ब की रोशनी से जगमग हो उठे हैं। पूरे गांव को रौशन करने की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर जारी है। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता बिंदू भूषण ने बताया कि लछुआड़ में वर्ष 1984 में पेयजल आपूर्ति के लिए टंकी बनाकर सीमित दायरे में पेयजल आपूर्ति की जा रही थी। पिछले कई वर्षो से उसकी स्थिति जीर्ण-शीर्ण हो गई थी। उक्त योजना में मोटर की क्षमता बढ़ाकर उसका दायरा बढ़ाकर सभी घरों में पानी सप्लाई का कनेक्शन दिया जा रहा है।

एनएच 333ए का झाझा में विरोध- क्या आप सहमत है


जमुई। एनएच 333ए को झाझा नगर पंचायत क्षेत्र में प्रवेश किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। रविवार को झाझा के व्यवसायियों ने इसको लेकर विरोध मार्च निकाला। विरोध मार्च दुर्गा मंदिर से निकलकर हुए पूरे नगर का भ्रमण किया।
इस मौके पर व्यवसायियों ने कहा कि अगर एनएच 333 ए इस होकर गुजरेगी तो पूरा नगर पंचायत बरबाद हो जाएगा। फोरलेन सड़क निर्माण से नगर पंचायत का आधा हिस्सा सड़क में आ जा रहा है। कई व्यवसायियों की दुकानें इसकी जद में आ जाएगी। पूरे नगर पंचायत की सड़कों को एनएच कर्मचारियों के द्वारा नापा जा रहा है। जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले यह प्रदर्शन किया गया है। व्यवसायी मंजूर आलम, दीपू सुलतानिया, परवेज आलम, समाजसेवी सूर्यावत्स, ओम प्रकाश गुप्ता, संजय सुलतानिया, रामोतार पोद्धार, कुंदन गुप्ता आदि ने कहा कि एनएच को इस सड़क से न लेकर बाइपास की व्यवस्था की जाय ताकि यहा के व्यवसाय पर कोई असर नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि घनी आबादी के बीच सड़क बनाये जाने पर नित्यदिन दुर्घटना होने की संभावना बनी रहेगी। ज्ञात हो कि इस सड़क की चौड़ाई के अलावा सड़क के किनारे स्थित दुकान की नापी एनएच के कर्मचारियों के द्वारा की गई है। साथ ही नगर क्षेत्र में बारह से पन्द्रह मीटर तक सड़क की चौड़ाई की भी बात कही गई है। जिसके विरोध में शहर के सभी व्यवसायी सड़क पर आ गए हैं।

Friday 16 December 2016

जमुई के चकाई बस स्टैंड का युवाओं ने कराई बस पड़ाव की सफाई


जमुई। चकाई बाजार के बीचोबीच स्थित गंदगी और कूड़े-कचरे से नर्क बन चुके सरकारी बस पड़ाव की सफाई युवाओं ने आपसी चंदे से कराई। युवक राजेश साह, अभिषेक कुमार, विनय तमोली, पवन साह, मनोज साह, संजय तमोली, धीरज साह, अशोक साह आदि ने बताया कि पिछले एक वर्ष से सरकारी बस पड़ाव गंदगी के कारण नर्क बना हुआ था जिससे यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए आपस में चंदा कर जेसीबी से पूरे बस पड़ाव परिसर की सफाई कराई गई। इधर सफाई कार्य होने से यात्रियों ने राहत की सास ली। बताते चलें कि सरकारी बस पड़ाव विभागीय लापरवाही के कारण पिछले एक दशक से बदहाल पड़ा हुआ है तथा गंदगी के कारण यह नारकीय रूप ले रहा था। 

जमुई में सीएम के आगमन पर ऑल इज वेल की तैयारी


जमुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निश्चय यात्रा की जमुई में भी तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। संभावना है कि मुख्यमंत्री वर्ष का आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर जमुई में ही गुजारेंगे। इस संभावना को इस बात से भी बल मिल रहा है कि पड़ोसी जिले लखीसराय के घोंघसा में सीएम का कार्यक्रम 30 दिसंबर को होना है।
मुख्यमंत्री के निश्चय यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ऑल इज वेल की तैयारी में जुटा है। दूसरी ओर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष प्रशासन को कठघरे में खड़ा करने की कवायद भी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर परिसदन भवन की मरम्मत से लेकर रंग-रोगन तक का कार्य हुआ है। समाहरणालय परिसर को सजाया-संवारा जा रहा है। इसके अलावा अनुमंडल परिसर से लेकर सामाजिक सुरक्षा कोषांग में भी युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। सिकन्दरा के धधौर स्थित नियोजन परामर्श केन्द्र में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर वहां भी तैयारी तेज कर दी गई है। लोक सेवा अधिकार के तहत प्राप्त आवेदनों एवं पंजी को अपडेट किया जा रहा है। जिला प्रशासन का इस बात पर पूरा जोर है कि मुख्यमंत्री के जनता दरबार से प्राप्त आवेदनों के अलावा जिला लोक शिकायत निवारण केन्द्र में प्राप्त आवेदनों का निष्पादन शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री के शराबबंदी को लेकर बनाए गए कड़े कानून को शत-प्रतिशत लागू करने की कवायद भी पुलिस व उत्पाद विभाग ने तेज कर दिया है। हालांकि प्रशासनिक तैयारी के साथ-साथ राजनीतिक एवं सामाजिक तौर पर भी तैयारी की जा रही है। उनकी तैयारी पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा करने की है। जिले में अंधाधुंध अवैध बालू उठाव एवं जगह-जगह पर बिक रहे शराब के मामले को प्रमाण के साथ सीएम के समक्ष उठाने की तैयारी हो चुकी है।

Thursday 15 December 2016

नीली क्रांति की राह दिखा रहा जमुई का घनबेरिया गांव


जमुई। कभी पेड़ा के लिए प्रसिद्ध घनबेरिया अब मछली के लिए प्रसिद्ध होने की ओर अग्रसर है। यूं कहें कि श्वेत क्रांति के साथ नीली क्रांति की युगलबंदी होगी। पेड़ा प्रसिद्ध होने के कारण यहां दूर-दूर से लोग पेड़ा खाने के लिए आते हैं। अब आहर-तालाब में मछली पालन कर यहां के युवक मत्स्य पालन से अर्थोपार्जन की दिशा में अग्रसर हैं। इस क्रम में घनबेरिया गांव में सरकारी और निजी आहर-तालाबों को मिलाकर लगभग एक दर्जन से ज्यादा जलाशयों में मत्स्य पालन का काम सफलतापूर्वक किया जा रहा है। मत्स्य पालन में अलग-अलग टोली बनाकर युवक कार्य को अंजाम दे रहे हैं। मत्स्य पालन में अगुवा बने प्रमोद सिंह ने पहले निजी तालाब खुदवाकर मत्स्य पालन का काम शुरू किया। देखादेखी गांव के अन्य युवकों ने समूह बनाकर गांव में जीर्ण-शीर्ण जलाशयों को दुरूस्त कर उसमें मत्स्य पालन का काम शुरू किया है। इन मत्स्य पालकों की एक और बड़ी बात है कि बेटियों की शादी में बाजार से कम दर पर ताजा मछली मुहैया कराने की योजना बनाई है।
जलाशयों की संख्या व रकवा
घनबेरिया गांव के जलवा आहर, बेनसागर, फुटलाही, राजा पोखर, खावा आहर को दुरूस्त किया गया है। इसके अलावा प्रमोद सिंह के लीज की जमीन व निजी जमीन पर तीन तालाब खुदवाए गए हैं। कुल जलाशयों के जल क्षेत्र का रकवा तकरीबन 12 एकड़ से ज्यादा है।
यहां से लाते हैं बीज
मत्स्य पालन में जमुई का मत्स्य विभाग की कोई विश्वसनीयता नहीं होने के कारण युवक बंगाल के नेहाटी से बीज (जीरा) मंगाकर जलाशयों में डालते हैं। बंगाल का नेहाटी मछली बीज का मंडी है।
मछली का किस्म
जलाशयों में मुख्य तौर पर रेहू, कतला, ग्रासकॉर्प, गोल्डन, मिर्गा आदि किस्म की मछलियों का बीज डाला गया है। अलग-अलग किस्म की मछलियां अलग-अलग सतह पर निवास करती हैं। ग्रासकॉर्प तालाब में घास को जमने नहीं देती है और यही उसका आहार होता है।
कहते हैं मत्स्य पालक
मत्स्य पालक प्रमोद सिंह, प्रकाश सिंह, मुकेश कुमार, विकोदर सिंह, आमोद कुमार सहित अन्य ने बताया कि मत्स्य पालन की दिशा में विभाग द्वारा कोई मदद नहीं मिली है। विभाग द्वारा बीज उपलब्ध कराया जाता है लेकिन उसकी गुणवत्ता की शिकायत रही है। जून में हम लोगों ने जलाशयों में बीज डाला। वर्तमान में मछली लगभग 600-700 ग्राम तक हो गई है। मत्स्य पालकों ने बताया कि मछली का बीज वहां से लाना महंगा पड़ता है और करीब पांच सौ रुपये किलो की दर से बीज उपलब्ध होता है।
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निजी तालाब के जीर्णोद्धार की कोई योजना नहीं है। नए तालाब की खुदाई के लिए वांछित कागजात के साथ आवेदन प्राप्त होने पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाएगा। सरकारी तालाब मत्स्य विभाग के अधीन होने पर अन्य सुविधाएं विभाग द्वारा मुहैया कराने की योजना है।
रजनीश कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जमुई।

कचरे में जिंदगी ढूंढ रहे जमुई के मासूम बच्चे


जमुई। आज भी कई इलाकों में छोटे-छोटे बच्चे कचरों के ढेर में ईंट के भट्ठे, गैराज और होटलो में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। अपना पेट पाल रहे हैं साथ-साथ अपने परिवार को भी रोटी मुहैया करा रहे हैं। इन मासूम बच्चों से पढ़ाई नहीं करने और स्कूल नहीं जाने की बात पूछी गई तो गरीबी इसका मूल कारण है। इनके घर-परिवार में माता-पिता या तो ईंट भट्ठे पर काम करते हैं या फिर रिक्शा-ठेला चलाकर दो जून की रोटी कमाते हैं। किसी प्रकार परिवार चलता है। रहन-सहन, खान-पान के कारण परिवार पर हमेशा बीमारी का खतरा रहता है। ऐसे में आज भी ईंट-भट्ठे होटलों और गैरेजों में उधारी चुकाने के लिए काम करते हैं।
सहायता के लिए पूछने पर सरकार की योजनाओं, जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन के किसी भी विभाग की इनको जानकारी नहीं जो इन मासूम बच्चों को मदद कर सकता हो। मामूली राशि का लोभ देकर इन मासूम नौनिहालों से श्रम करवाते हैं। बच्चों के अनुसार पिछले दिनों से हाड़ कंपा देने वाली ठंड में हमलोगों का काम बढ़ा है। सुबह अंधेरे में उठकर जलावन के लिए लकड़िया चुनकर लाते हैं। फिर कचरा चुनने और अन्य कामों में लग जाते हैं। पूछने पर बच्चे बताते हैं कि जलावन या अन्य कोई सहायता अभी जिला प्रशासन से नहीं मिला है। हा, घर-घर कचरा चुनने का एक फायदा है। घर वाले हालत पर तरस खाकर कुछ खाने को देते हैं और अपने बच्चों का गर्म कपड़ा भी हमलोगों को कई परिवारों ने दिया है।

Wednesday 14 December 2016

एनएच 333 ए का सर्वेक्षण शुरू- जल्द बनेगा 4 लेन सड़क राजमार्ग (Highway )






जमुई। बरबीघा से भागलपुर के पंजवारा मोड़ तक बनने वाली फोर लेन एनएच 333 ए का सर्वेक्षण कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है। बुधवार को झाझा नगर पंचायत कार्यालय में एनएच के एसडीओ नंद कुमार गुप्ता की अगुआई में नगर पंचायत के दुकानदार एवं नगर के जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक हुई। एसडीओ ने कहा कि बरबीघा से एनएच 333ए का कार्य शुरू करने में विभाग को कई नियमों से गुजरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि बरबीघा से जमुई के महसौड़ी होते हुए सोनो के रास्ते झाझा पहुंचेगी। नगर क्षेत्र में मात्र 18 मीटर चौड़ी सड़क की जरूरत है। नगर के बाहर 30 मीटर सड़क की आवश्यकता पड़ेगी। उन्होंने नगर पंचायत के नगर अध्यक्ष मोहन पासवान एवं पूर्व अध्यक्ष संजय सिन्हा से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि एनएच 333 के झाझा बाजार का स्थलीय सर्वेक्षण कार्य कराया जा रहा है। गुरुवार से युद्ध स्तर पर चलेगा। इसके तहत केवल डाटा कलेक्शन आंकड़ा सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। इसमें मकान दुकान आदि को क्षतिग्रस्त नहीं किया जाएगा। आंकड़ा संग्रह का उपयोग बाइपास मार्ग के निर्धारण हेतु किया जाएगा। उन्होंने नगर वासियों से अपील करते हुए कहा कि इस सर्वेक्षण में सहयोग करें। एनएच के समाजिक विशेषज्ञ मुन्ना कुमार ने बताया कि शहर के कर्पूरी चौक से स्टेशन चौक तक कम से कम 18 मीटर चौड़ी सड़क की आवश्यकता है। शहर के बाहर 30 मीटर चौड़ी सड़क होनी चाहिए। एनएच की पहली प्राथमिकता वाहन की स्पीड रहती है। एनएच पर सौ से ज्यादा स्पीड में वाहन चलते हैं। इसलिए सड़क चौड़ी होना चाहिए। कहीं अगर घुमाव होता है तो उस जगहों की भी जाच की जाएगी। उन्होंने कहा कि बरबीघा से पंजवारा तक बनने वाले 198 किलोमीटर सड़क के लिए जमुई, झाझा एवं बाका के पास बाइपास के लिए प्रस्ताव भेजी गई है। लेकिन इसके पहले इस सड़क के माध्यम से फोर लेन को ले जाने का सर्वे चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर किसी का मकान एवं दुकान इस सड़क में आएगा तो सरकार उस जमीन की चार गुणा कीमत देगी। उन्होंने कहा कि तीन दिन तक कर्पूरी चौक से बस स्टैंड, फाड़ी चौक, बजरंग चौक, गाधी चौक, मुख्य बाजार, मछली पट्टी चौक, स्टेशन चौक होते हुए आगे तक सर्वेक्षण कार्य किया जाना है। जिसके प्रचार प्रसार के लिए नगर पंचायत से सहयोग की अपेक्षा की है। फोर लेन के सर्वेक्षण से कई व्यवसायियों के चेहरे मुरझाते दिखे। वही कई लोगों में खुशी देखी गई। इस अवसर पर पूर्व नगर अध्यक्ष संजय सिन्हा, व्यवसायी साधु केसरी, भवनेश त्रिवेदी, इतू झा, मुरारी रावत, विटू कुमार, दिनेश यादव, विजय अग्रहरी, मंजूर आलम, लता भारती सहित कई लोग उपस्थित थे। 

Monday 28 November 2016

जमुई के आदिवासी समाज के लोगों की समस्या,हुजूर हमें जंगल से हटाकर शहर में बसा दें

जमुई। हुजूर हम जंगल में नहीं रह सकते हैं। शहर में हमें बसा दें। पुलिस जब भी जंगल जाती है। हमलोगों के साथ मारपीट करती है। जंगल में जीवन जीना दुस्वार हो गया है। सोमवार को यह फरियाद बरहट पंचायत के गुरमाहा जंगल में रहने वाले आदिवासियों ने अनुमंडलाधिकारी से सुनाई। जंगल स्थित गुरमाहा से सटे बिचली टोला, मुसहरी टोला के दर्जन भर महिलाएं व पुरुष तीर-धनुष के साथ पहुंचे। प्रारंभ में लोगों ने जिलाधिकारी के आवास पर पहुंचकर फरियाद सुनानी चाही। जिलाधिकारी के नहीं रहने के कारण अनुमंडलाधिकारी के कार्यालय पहुंच गए। ग्रामीणों ने अनुमंडलाधिकारी विजय कुमार को बताया कि नक्सल अभियान में शामिल सीआरपीएफ व पुलिस सर्च आपरेशन के दौरान बेवजह उन्हें परेशान करती है। नक्सलियों की टोह में लगे जवान उनके साथ मारपीट करते हैं। पुलिस नक्सली के अलावे शराब के बारे में भी जानकारी मांगते हैं। हुजूर हमलोग हमेशा पुलिस के सहयोग में रहते हैं। फिर भी यह ज्यादती क्यों? हमें शहर में बसा दिया जाए। ग्रामीणों ने अनुमंडलाधिकारी से पेंशन राशि नहीं मिलने, पेयजल की समस्या, स्कूल नहीं होने के साथ हर माह जनवितरण प्रणाली का खाद्यान्न नहीं मिलने की शिकायत की। लोगों ने बताया कि गुरमाहा में चापाकल व कुआं नहीं है। वे लोग आहर से प्यास बुझाते हैं। राशन का वितरण नियमित रुप से किया जाए। आवास योजना का लाभ मिले। राजकीय बुनियादी विद्यालय बरहट में लड़कों को पांचवीं कक्षा तक तथा लड़कियों को आठवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की जाती है। इसके बाद उन्हें घर भेज दिया जाता है। बच्चों को आगे की पढ़ाई की व्यवस्था करने की मांग ग्रामीणों ने की। ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि सर हम घर द्वार, जानमाल व खेत को छोड़कर कहां जाएं। महिलाओं ने पुलिस पर अंकुश लगा की मांग अनुमंडलाधिकारी से की। मौके पर ही अनुमंडलाधिकारी ने जनवितरण प्रणाली दुकानदार को गुरमाहा में राशन वितरण करने का आदेश दिया। साथ ही वृद्धा पेंशन संबंधित मामले को बरहट बीडीओ को भेजने की बात कही। अनुमंडलाधिकारी ने कहा कि सभी शिकायतों का निवारण संबंधित विभाग के पास भेजा जा रहा है। उन्होंने समस्याओं के समाधान करने का आश्वासन दिया। साथ ही प्रतिनिधि मंडल को मंगलवार को जिलाधिकारी से मिलाने का आश्वासन दिया। ग्रामीण वार्ड सदस्य तूफानी राणा, गांगो कोड़ा, शुक्र राणा, कमला देवी, धर्मेन्द्र कोड़ा, पार्वती देवी, आरती, सुदामा देवी, सुमा देवी, जागो कोड़ा, बिजली राव सहित दर्जनों ग्रामीण महिला एवं पुरुष मौजूद थे।

अब 10 मीटर चौड़ी होगी एनएच-333- सड़क दुर्घटना होगी कम

जमुई। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएच-333 को टू लेन बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब झारखंड सीमा तक एन एच 333 की चौड़ाई 10 मीटर होगी। पहले चरण में 68 करोड़ की लागत से कटौना से बनझुलिया (किमी 62-75) के बीच 14 किमी सड़क टू लेन बनेगा। दूसरे चरण में बनझुलिया से झारखंड सीमा (किमी 76-141) के बीच सड़क को टू लेन यानी 10 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। एनएच के सहायक अभियंता नन्दकिशोर गुप्ता ने बताया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद चौड़ीकरण का रास्ता साफ हो गया है।
जस की तस रह जाएगी जंगल में सड़क
गंगटा-लक्ष्मीपुर जंगल के बीच सड़क की चौड़ाई में फिलवक्त कोई बदलाव नहीं होगा। दरअसल वन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण चौड़ीकरण का कार्य बाधित है। जंगल में 5 किमी तक सड़क की चौड़ाई महज 10 फीट है। जहां वाहन रेंगते हैं। यही वजह है कि सड़क जाम लगना नियति बन गई है तो दूसरी तरफ आपराधिक घटनाओं का कारण भी बन गया है। कम चौड़ी सड़क को अपराधी आसानी से अवरुद्ध कर लूट की घटना को अंजाम देते है।
वाहनों को मिलेगी रफ्तार
बरियारपुर से झारखंड सीमा तक एनएच-333 की लम्बाई 141 किमी है जिसमें अधिकांश भाग जमुई जिले में पड़ता है। फिलवक्त जमुई जिला अंतर्गत 104 किमी एनएच-333 की चौड़ाई 7 मीटर है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 10 मीटर चौड़ीकरण की स्वीकृति दी है। ऐसे में वाहनों को रफ्तार मिलेगी। साथ ही झारखंड के विभिन्न शहरों तक पहुंचने में कम समय लगेगा। अहम बात यह है कि चौड़ीकरण से कटौना, मोहुली एवं सोनो के करीब के आधा दर्जन ब्लैक स्पॉट खत्म हो जाएंगे। जहां दर्जनों लोग अब तक सड़क दुर्घटना में जान गवां बैठे हैं।
गौरतलब हो कि एनएच-333 पर इन दिनों भारी वाहनों का दबाव बढ़ गया है। साथ ही झारखंड व पूर्व बिहार को जोड़ने वाली यह अहम सड़क है।
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एनएच 333 के चौड़ीकरण को लेकर शीघ्र निविदा की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके अलावा बरियारपुर से आगे मधवा पुल को भी बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
-हरेन्द्रमणि त्रिपाठी, कार्यपालक अभियंता, एनएच मुंगेर प्रमंडल।

Thursday 3 November 2016

यहा मुस्लिम करते छठ, तो हिन्दू उठाते तजिया




जमुई। आस्था सिर्फ आस्था है। इसे किसी धर्म या संप्रदाय के चश्मे से नहीं देखा जा सकता है। किसी भी समुदाय के लोगों की किसी पर्व में आस्था हो सकती है। इसे साबित किया है मलयपुर गाव के ग्रामीणों ने। दशकों से इस गाव में जहा हिन्दू-मुस्लिम के पर्व में हिस्सा लेते हैं, वहीं मुस्लिम, हिन्दुओं के पर्व में। मुहर्रम का तजिया हिन्दू के कंधे पर तो मुस्लिम समुदाय के लोगों को महापर्व छठ करते देखा जा सकता है। यह रीत वषरें से इस गाव में चली आ रही है तभी तो सामुदायिक तनाव से यह गाव कोसों दूर रहा है। मलयपुर गाव के बस्ती स्थित फकीर टोला में आज भक्तिमय माहौल है। लोग अपने-अपने घरों व रास्तों की सफाई में जुटे हैं। हाथों में झाड़ू पकड़े लोग सफाई में लगे हैं। चेहरे पर भक्ति के भाव हैं। घरों से छठ मईया के गीतों की आवाजें आ रही हैं। इस टोले के मो. तस्लीम, मो. ताहीर, मो. शमशूल शाह, मो. मुमताज, मो. सलीम, मो. हैदर, बुधू शाह, मो. शाहीद आदि छठ पर्व करते हैं। इनकी मागी मन्नतें छठ मा ने पूरी की है। ये बताते हैं कि वर्षो से गछती के अनुरूप छठ पूजा करते हैं। टोले के कई और परिवार भी छठ करते हैं। मलयपुर स्थित मुस्लिम टोला में भी साफ-सफाई चल रही है। लोगों में छठ को लेकर विशेष श्रद्धा है। फकीर टोला निवासी मो. तसलीम बताते हैं कि लगभग 28 वर्ष पूर्व उनकी मा सुफेदा खातून ने छठ पर्व करना प्रारंभ किया था। उनकी कोई मन्नत पूरी हुई थी। करीब 18 वर्ष पूर्व मा ने उसकी नौकरी की मन्नत मागी और दूसरे साल ही उसे नौकरी मिल गई। तब से वो भी छठ करने लगे। अब लाचारी के कारण पिछले वर्ष से बनियारी (दूसरे के घर से पूजा करवाना) शुरू किया है। मगर घर में छठ पर्व के नियमों का सख्ती से पालन होता है। फकीर टोला निवासी मो. ताहीर, शमशूल आदि ने बताया कि कई अन्य घरों में भी छठ पर्व होता है। अधिकाश लोग बनियारी करवाते हैं। उन्होंने बताया कि जितना आस्था उन्हें अपने धर्म में है उतना ही छठ मईया में भी। नेक व निष्ठा के पर्व को नियमानुसार मनाया जाता है। यह तो बानगी भर है। यकीन मानिए वर्तमान परिवेश में मलयपुर गाव आदर्श प्रस्तुत कर रहा है। यहा मुहर्रम के तजिया के साज-सज्जा के लिए हिन्दू चंदा देते हैं। तजिया को कंघे पर उठाते हैं। मुहर्रम जुलूस में शामिल होते है और करतब भी दिखाते हैं तो मुस्लिम समुदाय भी हर हिन्दू पर्व का हिस्सा बनते हैं। सच मानिए इस गाव में पर्व का मतलब प्रेम, भाईचारा और सिर्फ पर्व होता है। - See more at: http://www.jagran.com/bihar/jamui-14976402.html#sthash.yl3MD2bn.dpuf

Wednesday 2 November 2016

401 छठ व्रतियों को दी गयी पूजन सामग्री



जमुई। नगर परिषद क्षेत्र के महाराजगंज मुहल्ले में बुधवार को 401 छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का वि
जमुई। नगर परिषद क्षेत्र के महाराजगंज मुहल्ले में बुधवार को 401 छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का वितरण किया गया। समाजसेवी संजय कुमार भगत, मनोरमा देवी, अमरनाथ भगत, मुकेश भगत, मधुकर भगत सहित अन्य स्थानीय लोगों ने छठ व्रतियों को नारियल, गेहूं तथा अगरबत्ती सहित अन्य पूजन सामग्रियां दी गयी। संजय भगत ने बताया कि छठ का त्यौहार महापर्व के रूप में मनाया जाता है। इसलिए हमलोग छठ व्रतियों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा और किसी चीज की मदद की आवश्यकता छठ व्रतियों को हो तो वे संपर्क कर सकते हैं। इस मौके पर गुड्डू भगत, मुकेश भगत के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।

दो युवकों ने जमुई जिले के नवादा पुल की बदल दी तस्वीर


जमुई। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास के दावों पर यह करारी चोट है। महेश्वरी गांव के दो युवकों ने श्रमदान से 'नवादा पुल' की तस्वीर बदल डाली है। दरअसल, सोनो-महेश्वरी पथ में जोगिया नदी पर बने नवादा पुल पिछले कई वर्षो से मरम्मत की बाट जोह रहा था। दिन-ब-दिन पुल और भी बदहाल होता जा रहा था। पुल का ऊपरी हिस्सा टूट-टूटकर गिरने लगा, लिहाजा सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन पुल से गुजरने वाले वाहनों के लिए पुल पार करना खतरे से खाली नहीं था। पिछले पांच वर्षो से यह प्रतिदिन की समस्या बन गई। विभागीय उदासीनता के कारण पुल की मरम्मत संभव नहीं हो पाई, लिहाजा महेश्वरी गांव के दो युवक विक्रम सिंह व राजेश ने पुल मरम्मत का बीड़ा उठाया। श्रमदान से इन दोनों युवकों ने पुल के टूटे हिस्से को भरना शुरू कर दिया। इनके जज्बे को देखकर क्षेत्र के लोगों ने भी उनका साथ दिया और देखते ही देखते क्षतिग्रस्त नवादा पुल को एक महीने के अंदर दुरूस्त कर दिया गया। इतना ही नहीं, इन दोनों युवकों की कड़ी मेहनत से कुहिला-महेश्वरी पथ के दिन भी बहुर गए। उक्त पथ जीर्ण-शीर्ण था। तीन किमी तक यह सड़क गड्ढे व सिर्फ गड्ढे में तब्दील हो चुकी थी लेकिन सड़क पर तमाम गड्ढों को भी इन युवकों ने श्रमदान से भरकर आवागमन को सहज बना दिया।
क्या कहते हैं ग्रामीण
महेश्वरी गांव निवासी पंचानन सिंह का कहना है कि इन युवकों ने असाधारण कार्य किया है जिसका लाभ इस इलाके के लोगों को मिल रहा है। ग्रामीण दीपक सिंह उर्फ डब्ल्यू सिंह कहते हैं कि यदि नवादा पुल की मरम्मत नहीं कराई जाती तो पुल टूटकर गिरने की स्थिति में आ गया था। विक्रम सिंह व राजेश सिंह ने श्रमदान से पुल मरम्मत कर समाज में नजीर पेश की है। ग्रामीण लालमुनी सिंह ने श्रमदान से पुल मरम्मत किए जाने पर गर्व की बात बताई। उन्होंने कहा कि आरईओ के लिए यह शर्म की बात है।
कितना महत्वपूर्ण है नवादा पथ
चरकापत्थर थाना क्षेत्र पूरी तरह नक्सल प्रभावित है। कुहिला-महेश्वरी होते हुए आरईओ की यह सड़क रजौन, विशनपुर, बंदरमारा, भलसुमिया जैसे तकरीबन 50 गांवों को जोड़ती है। नवादा पुल कुहिला व महेश्वरी पथ में जोगिया नदी पर है। उक्त पुल से होकर प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। पुल से महज डेढ़ किमी की दूरी पर महेश्वरी में स्थायी सीआरपीएफ कैम्प है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र का अत्यंत महत्वपूर्ण पुल है 'नवादा पुल'।
क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता
उक्त पुल एनबीसीसी द्वारा सड़क निर्माण के दौरान बनाई गई थी। पांच वर्षो तक मरम्मत व रखरखाव की जिम्मेवारी एनबीसीसी की रही। नवादा पुल के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी उन्हें नहीं है। उक्त पुल की मरम्मत ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा की जानी है। अतिशीघ्र इस बाबत प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
-उदयकांत मिश्र, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, ग्रामीण कार्य प्रमंडल, झाझा।

Wednesday 20 April 2016

अधूरा रह गया गिद्धौर स्टेशन को समुन्नत बनाने का सपना

 पूर्व रेल राच्य मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह के गृह प्रखंड में अवस्थित गिद्धौर रेलवे स्टेशन विगत कई वषरें से रेल विभाग के आलाधिकारियों की उदासीन रवैये का दंश झेल रहा है। बताते चलें कि वर्ष 1999 में जब स्व दिग्विजय सिंह ने रेल विभाग में रेल राज्य मंत्री का पदभार संभाला था तब उन्होंने रेलवे के महत्वपूर्ण कायरें के अलावा गिद्धौर रेलवे स्टेशन को भी पूर्नजीवित एवं सौंदर्यीकरण का कार्य आरंभ कराने का बीड़ा उठाया था लेकिन उनके आकस्मिक निधन के बाद गिद्धौर रेलवे स्टेशन रेल विभाग के आलाधिकारियों की लापरवाह रवैये के कारण वषरें से उपेक्षित है। लिहाजा स्व. दिग्विजय सिंह का गिद्धौर रेलवे स्टेशन को समुन्नत बनाने का सपना अधर में लटका रहा गया। आज भी इस स्टेशन पर डाउन प्लेटफार्म पर पेयजल, शौचालय, प्लेटफार्म अपग्रेडेशन, आरक्षण काउंटर की व्यवस्थाए, स्टेशन परिसर में समुचित रोशनी की व्यवस्था जैसे मूलभूत सुविधाओं के लिए बरसों से तरस रहे हैं।
 यह बताते चलें कि गिद्धौर रेलवे स्टेशन रेल विभाग को प्रतिदिन लगभग दो लाख रूपए का रोजाना लाभ देता चला आ रहा है। बावजूद इसके इस इलाके के रेल यात्रियों के लिए यहां आज भी सुविधा नदारद है।
 सांसद को सौंपा गया था ज्ञापन
 विगत कुछ महीने पहले इस इलाके के रेल यात्रियों द्वारा तत्कालीन रेल विभाग के जीएम एवं जमुई लोकसभा के वर्तमान सासद चिराग पासवान को प्रखंड रेलवे सुविधा समिति के प्रतिनिधियों द्वारा अपने गिद्धौर रेलवे स्टेशन से जुड़े समस्या को लेकर एक सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया था। मगर आज भी स्थिति यथावत बनी हुई है। इधर रेलयात्री सुविधा समिति के सदस्य विरेन्द्र कुमार पाडेय, मोहम्मद अकबर, राघव सिंह, मुकेश सिंह, उपसरपंच काजल सिंह काजू, राजीव रंजन सहित दर्जनों रेल यात्रियों ने जानकारी देते बताया कि पूर्व दिवंगत रेल राच्य मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह के कार्यकाल मे गिद्धौर रेलवे स्टेशन परिसर को रौशन करने के लिए लाखों की लागत से हाईमास्क लाइट लगाया गया था जो विभागीय उदासीनता के कारण विगत दो वषरें से बंद पड़ा हुआ है।
 प्लेटफार्म नंबर दो का भी नहीं हुआ अपग्रेडेशन 
 प्लेटफार्म नंबर दो के अपग्रेडेशन नहीं होने से अक्सर रेल यात्री ट्रेन चढ़ने उतरने के क्रम में दुर्घटना के शिकार हो गंभीर रूप से घायल हो जाते है। वहीं इस इलाके के रेल यात्री खासकर महिला व विकलाग रेल यात्रियों को इस स्टेशन पर शौचालय की मूलभूत सुविधा भी वषरें से मयस्सर नहीं हो पा रही है। वषरें से स्टेशन परिसर में लगे बंद पड़े हाइमास्क लाइट के बंद पड़े रहने के कारण  इस शादी विवाह के मौसम में भीड़ होने के कारण रेलवे स्टेशन पर अपराधी खुलेआम अंधेरे का फायदा उठा आराम से लूट व छिनतई जैसे आपराधिक घटना को अंजाम दे आराम से चलते बनते हैं। इधर स्टेशन परिसर में रात्रि में यात्री सुरक्षा हेतु रेलवे पुलिस बल की भी नियमित तैनाती आज तक रेल विभाग द्वारा नहीं की गई है। खैर जो भी हो दानापुर रेल मंडल अंतर्गत किऊल-झाझा रेलखंड के मध्य पड़ने वाला यह अति प्रतिष्ठित गिद्धौर रेलवे स्टेशन कई वषरें से अपने उद्धारक के आस की बाट जोह रहा है।
 कहते हैं सहायक स्टेशन प्रबंधक
 गिद्धौर रेलवे स्टेशन पर व्याप्त कुव्यवस्था एवं बंद पड़े मास्क लाइट के बारे में पूछे जाने पर गिद्धौर रेलवे स्टेशन के सहायक स्टेशन प्रबंधक टीडी सिंह ने बताया कि बंद पड़े हाईमास्क लाइट की सूचना मेरे द्वारा झाझा रेलवे के इलेक्ट्रिक फोरमैन को दी गई लेकिन आज तक उसे विभाग द्वारा ठीक नहीं करवाया गया है। वहीं स्टेशन परिसर के अन्य समस्याओं को रेल यात्रियों व गिद्धौर रेलवे प्रबंधन द्वारा रेल विभाग के वरीय अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया है लेकिन गिद्धौर रेल स्टेशन के प्रति उनका रवैया आज तक उदासीन है। 

हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर निकाली गई कलश शोभा यात्रा

जमुई। बुधवार को प्रखंड के मिर्जागंज पंचायत के बरडीह गाव में बजरंगबली मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कलश शोभा यात्रा निकाली गई। कलश शोभा यात्रा में 125 कुमारी कन्याओं एवं महिलाओं ने माथे पर कलश लेकर मंदिर परिसर से कुमार नेतुला मंदिर के स्थित तालाब में जल भर कर पुन: यज्ञ मंदिर परिसर पहुंचा। मिर्जागंज पंचायत के पूर्व मुखिया स्व. जगदीश महतो के स्मृति में श्रीश्री 108 हनुमान मंदिर का निर्माण समाज सेवी शैलेन्द्र महतो एवं ग्रामीणों के सहयोग से किया गया है और मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा ब्राह्माणों के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ तीन दिवसीय अंखड रामधुनी का भी आयोजन किया गया है। कलश शोभा यात्रा में ढोल, नगाडे़, बाजे एवं जय श्री राम की जयकारा से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। इस मौके पर समाज से महिला प्रमेश्वरी देवी, वरिष्ठ अधिवक्ता शशिशेखर सिंह मुन्ना, जिला परिषद प्रत्याशी शीलु देवी, मुखिया प्रत्याशी गौरी पासवान, योगेन्द्र महतो, मीना देवी, विरेन्द्र महतो, डाक्टर रामाधीन पासवान, राजेन्द्र महतो, नवल महतो, भगीरथ महतो, अरूण सिन्हा, चन्द्रशेखर आजाद, दिनेश कुमार के अलावे बड़ी संख्या में गण्यमान लोग एवं धर्म प्रेमी महिला पुरुष मौजूद थे।   

अग्नि सुरक्षा पर सशस्त्र सीमा बल का जागरुकता अभियान

चरकापत्थर स्थित सशस्त्र सीमा बल द्वारा इन दिनों उस इलाके के विभिन्न विद्यालयों में अग्नि सुरक्षा पर कार्यशाला आयोजित कर छात्र-छात्राओं को अहम जानकारिया सुलभ कराई जा रही हैं। एसएसबी के असिस्टेंट कमाडेंट अमित ने इस संबंध में कहा कि खासकर गर्मियों के दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में अगलगी की घटनाएं आए दिन घटित होती रहती है। संसाधनों के अभाव में या यूं कहें कि जागरूकता के अभाव में ऐसी घटनाओं से जान माल की व्यापक क्षति होती है। ऐसी घटनाओं के दौरान आग पर काबू पाने व जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने को लेकर ही एसएसबी द्वारा विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। विद्यालयों में अग्नि सुरक्षा संबंधी जानकारिया दिए जाने से छात्र-छात्राएं जागरूक होंगे व अपने अपने घरों व मोहल्लों तक वे बचाव संबंधी उपायों को प्रसारित करेंगे। बुधवार को मध्य विद्यालय चरकापत्थर में इसी विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस मौके पर बच्चों को आग से बचाओ का लाइव डेमो दिखाया गया। कार्यक्रम में एसएसबी के इंस्पेक्टर भगवान सिंह, एसआई एमआई हंजोंग व अजय कुमार सहित बड़ी संख्या में बलकर्मी व स्थानीय लोग उपस्थित हुए।      

पद्मश्री मालिनी अवस्थी के लोकगीत पर झूमे जमुई वासियों के लोग

 
मालिनी अवस्थी द्वारा प्रस्तुत लोकगीतों की प्रस्तुति ने दर्शकों को मुग्ध कर दिया। उनके द्वारा पेश चैती, पूर्वी, कजरी, सौहर और भोजपुरी गीतों ने ऐसा समां बांधा कि लोग फिल्मी गीतों के प्रभाव से मुक्त होते दिखे। मालिनी अवस्थी ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत चैती गीत से किया और समापन भोजपुरी गीत से किया। मालिनी अवस्थी द्वारा पेश सभी गीत सामाजिक संदेश से ओत-प्रोत था। उनके द्वारा प्रस्तुत 'बारह बरस की मैं ब्याह की आई, साइंया चले पइयां-पइयां ..' जहां बाल और बेमेल विवाह पर प्रहार था वहीं उनके द्वारा पेश सौहर 'ललना बड़ा होके देशवा के काम आई हा..' गीत में देश भक्ति की भावनाएं हिलोरे ले रही थी। 'केहु जाला हाजीपुर, केहु जाला पटना, ससुर जाला हाजीपुर, देवर जाला पटना, सइयां जाला कलकतवा, ला के देही मांग की सुंदुरवा..' जैसे गीत प्रेम रस का रसास्वादन करा रहे थे जबकि 'भवानी दायिनी हो माई, चैत शुभ दिनमा आई..' और 'तेरी सरकार है आली.. ' जैसे भक्तिरस के गीतों ने भी लोगों को भक्तिभाव में डूबो दिया। इससे पूर्व बिहार गौरव और बिहार रत्‍‌न से अलंकृत संगीतज्ञ सत्येन्द्र कुमार संगीत ने भगवान महावीर से संबंधित गीत और बिहार गौरव गान को पेश कर कार्यक्रम को भव्यता और प्रासंगिकता प्रदान की। सत्येन्द्र कुमार संगीत द्वारा पेश 'भगवान महावीर फिर से लछुआड़ आ जा, छाल वृक्ष के नीचे बैठ ज्ञान सीखा जा, सत्य अहिंसा, प्रेम और करुणा का दीप जला जा..' तथा 'जैन धर्म महावीर चलाए लिए लछुआड़ में अवतार, ये है मेरा बिहार ..'  की समसामयिक प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा। बाबू बिहारी द्वारा पेश भोजपुरी गीत, रंजीत कुमार द्वारा पेश विद्यापति गीत और मिंटू द्वारा पेश चैती गीत भी दर्शकों को काफी भाया। संपूर्ण कार्यक्रम का रोचक ढंग से संचालन करते हुए प्रसिद्ध उद्घोषक शंकर केमुरी ने न केवल दर्शकों का भरपुर मनोरंजन किया बल्कि प्रारंभ से अंत तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का समां बांधे रखा। कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को जिला प्रशासन की ओर से बुके, शॉल और मोमेंटो देकर जिलाधिकारी डॉ. कौशल किशोर, उपविकास आयुक्त सतीश शर्मा, अपर समाहर्ता चौधरी अनंत नारायण ने सम्मानित किया। 

खतरनाक हो गये भूखमरी के शिकार आवारा कुत्ते

 अभी तो जमुई शहरी तौर-तरीके भी नहीं सीख पाया है। इसे तो जिला बनने के बाद भी नगर परिषद का स्वरुप देने का प्राथमिक प्रयास ही चल रहा है, तो भला आवारा कुत्तों का क्या ये तो आवारा हैं। शहर में चौक-चौराहे सड़कों पर विचरते रंग-बिरंगे तरह-तरह की वेराइटी के येआवारा कुत्ते भूख लगने पर पता नहीं कब चलते-फिरते आदमी को नोच लेंगे। अस्पताल के आसपास अथवा नदी के किनारे लावारिश आदमी और जानवर की लाशों को मरी की शक्ल में नोचते ये आवारा कुत्ते इतने खतरनाक हो चुके हैं कि जमुई से सटे किउल नदी के पार बसे दर्जनों गांवों में रहने वाले हजारों की आबादी को हर दिन आने-जाने के दौरान कुत्ता काटने का खतरा बना रहता है। जमुई में कुत्ते के काटने की कई घटनाओं के बाद रेवीज के वैक्सिन के लिए अक्सर लोग अस्पताल का सहारा लेते हैं। जमुई में आवारा कुत्तों के काटने का ही खतरा नहीं है यहां पता नहीं कब ये कुत्ते आपके गाड़ी के पहिए के नीचे आ जाए और फिर अस्पताल पहुंचकर आपका पांच-छह महीने का इंतजाम हो सकता है। सबसे दुर्गति मोटरसाइकिल सवार दोपहिया वाहन चालकों की है। जिसके सामने कुत्ता आया और फिर बचने की कोई गुंजाइस नहीं है। ऐसी दर्जनों घटनाओं में लोगों को अंग-भंग के बाद इलाज के दौरान लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। प्रभारी सिविल सर्जन डा. नौशाद ने बताया कि जमुई अस्पताल में रेवीज के वैक्सिन की कोई कमी नहीं है और जरुरत पड़ने पर यह लोगों के लिए आसानी से उपलब्ध है। उधर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुभाष कुमार ने पूछने पर बताया कि जमुई में अभी आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई योजना संचालित नहीं है और न ही कोई आदेश प्राप्त हुआ है। 

अग्निपीड़ितों से मिले सासद चिराग पासवान


अग्निपीड़ितों से मिले सासद

मंगलवार को अपने क्षेत्रीय दौरे के क्रम में सासद चिराग पासवान लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के जिनहरा गाव  पहुंचे और वहा अग्नि पीड़ितों से  मिलकर उन्हें सात्वना दिया। इस मौके पर सासद श्री पासवान ने अग्नि पीड़ितों से घटना के बाद अब तक मिलने वाले सरकारी लाभ का जायजा लिया और कहा कि जिलाधिकारी से कहकर सबों को तत्काल इंदिरा आवास योजना के तहत आवास  की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी ।सासद ने पीड़ितों को सात्वना देते हुए कहा कि विपदा की इस घड़ी में वे हमेशा पीड़ित परिजनों के साथ हैं और जहा तक हो सकेगा। उनलोगों को सहायता  की जाएगी। सासद ने अग्निकाड  की विस्तृत जानकारी ली और लोजपा के स्थानीय पदाधिकारियों से पीड़ितों की सूची तैयार कर भेजने की सलाह दी। यहा बता दें कि बीते सप्ताह जिनहरा गाव में तेज हवा के कारण चूल्हे की चिंगारी से आग लग जाने के कारण पाच सहोदर भाइयों सहित कुल 9 लोगों के घर जलकर राख हो गए थे। उक्त घटना मे पीड़ित भीम ठाकुर के घर में बेटी की शादी के लिए रखे गए नगद 80 हजार रुपए सहित पीड़ित बिंदेश्वरी ठाकुर, छोटू ठाकुर, मकेश्वर ठाकुर, सिकंदर ठाकुर, कलपू ठाकुर आदि घरों में  रखे अनाज व लाखों रुपए की  संपत्ति जलकर राख हो गई थी। इधर सासद के जिनहरा दौरे के क्रम में उनके साथ भाजपा व लोजपा के जिलाध्यक्ष सहित दलित सेना के सुभाष पासवान, लक्ष्मीपुर प्रखंड के लोजपा अध्यक्ष विनोद यादव, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा, कुंदन पासवान, ब्रह्मदेव मंडल, संजय पासवान, लक्ष्मण सिंह, धरमेन्द्र पासवान, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष श्रीप्रकाश निराला, कपिलदेव मंडल, प्रकाश ताती, मुरारी पटेल सहित कई लोग मौजूद थे।

Sunday 24 January 2016

जिनके काव्य में अंगिका लेती है अंगड़ाई

अंग साहित्य में नई पहचान बनाने वाले 67 वर्षीय कवि सुरेन्द्र प्रसाद सिंह यूं तो किसी परिचय का मोहताज नहीं लेकिन बहुत कम लोग ही यह जानते होंगे कि वे सादगी व संसाधन हीनता के बीच समन्वय स्थापित कर अपनी रचनाओं में ओजस्वी भावनाओं का संचार कैसे कर पाते हैं। संयोग देखिए 15 अगस्त 1947 को खैरा प्रखंड के केवाल परियत्ता में जन्मे कवि सुरेन्द्र ने युवावस्था में 'तूफान' नामक काव्य की रचना की। यह रचना व्यवस्थाओं को बदहाली को बयां करने वाली ही नहीं थी अपितु उक्त त्रासदी से मुक्ति के प्रयासों पर केन्द्रित थी। तकरीबन 25 साल पूर्व कवि सुरेन्द्र की अंगिका में प्रकाशित 'गुड़गुड़ी' नामक कृति तब पाठकों की जुबान पर रहती थी। राष्ट्र के नाम संदेश नामक पुस्तक की रचना भी इन्होंने उसी समय की थी। कई पत्र-पत्रिकाओं का संपादन व संचालन की जिम्मेवारी इन्होंने बखूबी संभाली। भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लिखी गई साढ़े चार सौ पंक्तियों की कविता फिलहाल सुर्खियों में है। 'भले व्यस्तता के चलते हो जाता नर दोषी है पर हिन्द के हाल पर जायज नहीं खामोशी है। उसको तो चिंता रहती है अपने कहे वचन की जैसे मां को दिए वचन पर कर्ण ध्यान देता था रण में अनुजों पर कब्जा कर प्राणदान देता था। '

लेकिन संसाधनहीनता के कारण अंगिका के इस प्रखर कवि को आगे बढ़ने का मौका मयस्सर नहीं हो पाया। अंग साहित्य के सरस्वती पुत्र की 'व्यक्ति राज योजना' की अवधारणा पर यदि सरकार गंभीरता से काम करे तो हिन्दुस्तान की बहुतेरी समस्याओं का स्वत: स्र्फूत समाधान निकल आएगा। कवि की ऐसी ही सोच है। नजारे, अंतिम बार, व सुगना जैसी रचनाएं बतौर पांडुलिपि पड़ी हुई है। अर्थाभाव के कारण उन कृतियों का प्रकाशन संभव नहीं हो पा रहा है। इन सबसे इतर कवि सुरेन्द्र ने अपनी रचनाओं से अंगिका को और भी समृद्ध किया है। आवश्यकता है उनकी रचनाओं को क्षेत्रवासियों तक पहं़चाने की।