Wednesday 22 February 2017

पृथ्वी जैसे 7 नए ग्रह , 3 पर जीवन जीने की संभावना

अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पृथ्वी जैसे 7 नए ग्रह ढूंढने का दावा किया है, इसमें से 3 पर जीवन की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है. नासा ने ट्वी़ट कर इस बारे में जानकारी दी है.
नासा ने ट्वीट किया कि नया रिकॉर्ड, हमारे सौरमंडल के बाहर आवासीय जोन में एक तारे के इर्द-गिर्द धरती के आकार के सात नए ग्रह मिले हैं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा कि स्पिट्जर स्‍पेस टेलीस्‍कोप ने पाया कि ये ग्रह आकार में पृथ्‍वी जितने बड़े हैं और आवासीय जोन के दायरे में आते हैं.

सात पृथ्वी के आकार के ये ग्रह 40 लाइट ईयर्स दूरी पर हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक छह इनर प्लैनेट्स ऐसे टेंप्रेचर जोन में हैं जहां सर्फेस का तापमान जीरो से 100 डिग्री सेल्सियस हो सकता है. इनमें से तीन ऐसे हैं जिन पर समुद्र होने के लायक परिस्थिति है, यानी इन पर जीवन होने की ज्यादा उम्मीद है. वैज्ञानिकों के मुताबिक एक Cool Dwarf Star भी ढूंढा है जिसे TRAPPIST का नाम दिया गया है. स्पेस एजेंसी नासा ने अपने पार्टनर्स के साथ मिलकर इस नए सोलर सिस्टम की खोज की है. 
इन वैज्ञानिकों की टीम के एक सदस्य ने कहा कि इनमें से एक प्लैनेट ऐसा है जिससे उम्मीद है जिस पर जमीन जैसा ही पानी होगा. इसके अलावा दूसरा चारों प्लैनेट पर भी लिक्विड वॉटर होने की संभावना जताई जा रही है. 

जमुई में जल्द बनेगा इंजीनियरिंग कॉलेज


हर जिले में इंजीनिय¨रग कॉलेज खोलने की सरकार की परिकल्पना अब जिला में भी धरातल पर जल्द दिखेगी। स्थापना दिवस के मौके पर सूबे के पूर्व मंत्री नरेन्द्र ¨सह ने कहा कि सामूहिक प्रयास से जमुई में भी इंजीनिय¨रग कॉलेज का सपना साकार हो रहा है। इस मामले में उन्होंने पूर्व मंत्री दामोदर रावत के सहयोग की भी प्रशंसा की।
इधर जिलाधिकारी डॉ. कौशल किशोर ने बताया कि जमुई प्रखंड अंतर्गत अमरथ गांव में सात एकड़ जमीन चिन्हित कर इंजीनिय¨रग कॉलेज के लिए प्रस्ताव भेजा गया था जिसकी स्वीकृति भी मिल गई है। 73 करोड़ 13 लाख की लागत से बनने वाले इंजीनिय¨रग कॉलेज के निर्माण को ले तकनीकी विभाग द्वारा जांचोपरांत टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर वर्क ऑर्डर दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि कॉलेज भवन का डिजाइन पटना के सेन एंड लॉ कम्पनी ने तैयार किया है तथा इस बाबत उसने स्थलीय निरीक्षण व मिट्टी की जांच पूरी की है। बताया जाता है कि कार्य एजेंसी का चयन के लिए विभाग ने टेंडर निकाल दिया है और 15 मार्च तक कार्य एजेंसी का चयन होते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

Sunday 19 February 2017

इस बिहारी ने महज 15 साल में किया ऐसा काम - की पूरा देश करेगा सलाम

इस बिहारी ने महज 15 साल की उम्र में बना दिया सोलर वेपन


बिहार में एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलाने वाले का 15 वर्षीय बेटा प्रभाकर जायसवाल ने देश भर के वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। प्रभाकर ने अपने प्रोजेक्ट के कारण पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों से शाबाशी बटोरी है।
उसने सोलर वेपन तकनीक विकसित की है। अगर उसकी ये तकनीक सफल हो गई तो भारत मिसाइल के क्षेत्र में बहुत तरक्की हासिल कर लेगा। सोलर वेपन एक ऐसी खोज है जिसके इस्तेमाल से एक ऐसा हथियार तैयार हो सकेगा।

जिसके जरिए भारत न केवल किसी भी मिसाइल और रॉकेट लॉन्चर की दिशा और दशा बदल सकता है। बल्कि उन्हें नष्ट भी कर सकता है। भारत के लिए ये सम्मान की बात है कि एक 15 साल का युवा देश कि सुरक्षा के लिए दिन-रात एक करके ये तकनीक भारतीय वैज्ञानिकों को दे रहा है।

प्रभाकर ने बताया कि उनका प्रोजेक्ट था कि जियो स्टेशनरी सैटेलाइट में सोलर एनर्जी को कैसे वेपन में रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। उसने बताया कि इस सोलर वेपन को हम एंटी बैलेस्टिक मिसाइल, एंटी न्यूक्लियर मिसाइल और एंटी टैंक में इस्तेमाल कर सकते हैं।
साथ ही बिजली उत्पादन के क्षेत्र में सोलर वेपन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रभाकर ने ये भी बताया कि यंग साइंटिस्ट इंडिया 2016 के लिए 523 बच्चों ने पूरे भारत में ऑनलाइन अप्लाई किया था।
जिसमें 93 बच्चों को चुना गया और सिर्फ उसे ही यंग साइंटिस्ट इंडिया 2016 का अवार्ड दिया गया।


बिहार में गाय ने दिया तीन मुंह वाले विचित्र बछड़े को जन्म, देखने को उमड़ी भीड़ -


बिहार के  किशनगंज जिले पोठिया प्रखंड क्षेत्र के भोटाथाना पंचायत के खानकी निवासी मो. इसमाइल के गाय ने एक विचित्र बछड़े को जन्म दिया है। इस बछड़े के तीन मुंह हैं, जन्म के बाद इस विचित्र बछड़े का पता चलते ही आस-पास के गांव के लोग उसे देखने आए, कुछ उसकी पूजा करने लगे तो कोई इसे कुदरत का करिश्मा मान रहा है।
पूरे इलाके में इस विचित्र बछड़े का जन्म चर्चा का विषय बना हुआ है। इसे देखने के लिए आसपास के गांव के लोगों की भीड़ जुट गई। जानकारी के मुताबिक बछड़े का तीन मुंह दिख रहा है। एक मुंह ऊपर तथा दो मुंह नीचे है। बछड़े का सिर काफी बड़ा है। पशुपालक मो. इसमाइल ने बताया कि गाय ने शनिवार अहले सुबह बछड़ा को जन्म दिया। बछड़ा का मुंह ऊपर होने के कारण वह गाय का दूध भी नहीं पी रहा है।
पशु चिकित्सकों के मुताबिक इस कुछ जेनेटिक कारणों की वजह से एेसे बछड़े का जन्म होता है, एेसे बछड़े के बचने की ज्यादा उम्मीद नहीं होती।

अब दिखेगा सेना का असली रूप। घाटी में सेना ने छोड़ी लाठी, बंदूक से मिलेगा जवाब ,आतंकियों की मदद करने वाले भी बक्शे नहीं जायेगे


 घाटी में सेना ने छोड़ी लाठी, बंदूक से मिलेगा जवाब
आर्मी चीफ बिपिन रावत के बयान पर मचे सियासी तूफान के बीच कश्मीर में सेना को आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में बाधा बनने वालों से सख्ती से निपटने की छूट दे दी गई है। अब आतंकियों के खिलाफ किसी तरह के अभियान के दौरान बाधा डालने वाले पत्थरबाजों या प्रदर्शनकारियों पर सेना लाठी के बजाय सीधे बंदूक का इस्तेमाल करेगी।
आतंकियों की मदद करने वाले भी बक्शे नहीं जायेगे 

कुलगाम, बांदीपुरा में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान स्थानीय लोगों ने सेना पर पत्थरबाजी करते हुए बाधा डाली थी। इसके चलते कई आतंकी फरार होने में कामयाब हो गए थे। जवानों की मौत पर सेना प्रमुख रावत ने कहा था कि अब आतंकियों के समर्थन में पत्थरबाजी करने वालों को भी देशद्रोही माना जाएगा और उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।

Wednesday 8 February 2017

बंद होने जा रहे हैं 2 करोड़ से ज्यादा मोबाइल नंबर, कहीं आपका नंबर तो नहीं


देश में जल्द ही प्रीपेड मोबाइल नंबरों का वेरिफिकेशन शुरू होगा। कंज्यूमर के सही पाए जाने पर ही नंबर जारी रखने दिया जाएगा। सिम कार्ड का मिसयूज रोकने के लिए जल्द ही केंद्र सरकार इसे लेकर पॉलिसी बना सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार को इस बारे में निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा है कि इस काम को एक साल में पूरा किया जाए। असल में फेक आई कार्ड के जरिए मोबाइल नंबर लेना और उससे फ्रॉड करने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। करीब दो करोड़ ऐसे नंबर्स हैं।  मोबाइल फोन से बैंकिंग भी होने लगा है तो फ्रॉड का डर और बढ़ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया है कि वह एक साल में ऐसे नियम बनाए, जिससे सिम कार्ड का गलत इस्‍तेमाल न हो सके। कोर्ट ने केंद्र को यह भी निर्देश दिया कि वह ऐसा सिस्टम बनाए, जिसमें प्री-पेड सिम लेने वाला हर शख्स रिचार्ज के वक्त एक फॉर्म भरकर जमा कराए। कोर्ट ने कहा कि इसे फेज में लागू किया जा सकता है या सब्‍सक्राइबर्स को वेरिफिकेशन के लिए 6 महीने का वक्त दिया जा सकता है।


अगर सब्‍सक्राइबर्स वेरिफिकेशन न कराएं, तो उनकी रिचार्ज फैसिलिटी रोक देनी चाहिए। रिचार्ज के समय कस्टमर्स को एक ई-केवाईसी फॉर्म भरने को दिया जाएगा। कंज्यूमर की पहचान के लिए आधार नंबर या दूसरे दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जाएगा। एक बार फॉर्म मिलने के बाद अगले 2-3 रिचार्ज तक उसे भरकर देना होगा। देश में इस समय 111 करोड़ से ज्यादा लोगों का आधार बन चुका है। इसे देखते हुए ट्राई ने डिपॉर्टमेंट ऑफ टेलिकॉम को कहा था कि वह आधार बेस्ड ई-केवाईसी कराएं। जैसा कि कई टेलिकॉम कंपनियां नए यूजर्स के लिए कर रही हैं।

शराबियो से फुल हो गयी बिहार की सभी जेलें। कैदियों के लिए जगह नहीं



बिहार में नए शराबबंदी कानून के लागू होने के बाद कैदियों को रखने के लिए जेल में जगह कम पड़ गई है। अब सरकार जेलों की क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रही है। दरअसल, शराबबंदी के बाद बिहार में 35,000 नए कैदियों की गिरफ्तारी हुई, जिन्हें रखने के लिए जेलों की क्षमता कम है।
सरकार की मानें तो पकड़े गए 35,000 नए कैदियों को रखने के लिए राज्य सरकार जगह की कमी से जूझ रही है। राज्य सरकार पकड़े गए शराबियों को रखने के लिए जेलों की क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रही है।
राज्य सरकार में आबकारी और मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने कहा, 'नए शराबबंदी कानून के तहत गिरफ्तार किए गए कैदियों को रखने के लिए हम जेलों की क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं।' उन्होंने हालांकि इस संबंध में कोई डीटेल नहीं दी।
मस्तान ने कहा कि कैदियों को रखने के लिए जेलों की क्षमता बढ़ाने से संबंधित एक प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा। मंत्री की चिंता अनुचित नहीं है क्योंकि पिछले साल अप्रैल में शराबबंदी लागू होने के बाद हुई गिरफ्तारी से बिहार की 58 जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदी बंद हैं।
उन्होंने कहा कि जेलों में क्षमता बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा। गौरतलब है कि शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार की 58 जेलों में क्षमता से अधिक कैदी रखे जा रहे हैं।

पतंजलि में 8000 से ज्यादा नौकरी, सैलरी जानाकर हो जाएंगे हैरान,जल्द करें अप्लाई


अगर आप नौकरी की तलाश में हैं तो आपके लिए ये सुनहरा मौका हो सकता है। योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने नोटिफिकेशन जारी कर 8097 पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं।
पतंजलि अब बड़ा ब्रांड बन गया है। पतंजलि प्रोडक्‍ट्स पर बढ़ता विश्‍वास इसकी सबसे बड़ी वजह है। अगर आप भी पतंजलि के साथ काम करना चाहते हैं तो आपके लिए अच्‍छा मौका है।
महत्वपूर्ण जानकारी...

पदों की संख्‍या- 8097

योग्‍यता- 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएट और इंजीनियरिंग

चयन प्रक्रिया- टेस्‍ट और इंटरव्‍यू

वेतन- 40 हजार रुपये तक प्रति महीना

ऐसे करें अप्‍लाई- ऑनलाइन अप्‍लाई करने के लिए आप पतंजलि की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं या आप patanjali.ayu.college@gmail.com पर अपना बायोडेटा भी भेज सकते हैं।

अब 3-4 दिनों में बन सकता है आपका पैन कार्ड जाने कैसे




 आज हम आपको बतायेंगे की आप केवल कुछ ही दिनों के अंतर्गत आप अपना पैन कार्ड बनवा सकते हैं। आपको महीने भर का समय नहीं झेलना पडेगा।


इसमें अगर आप कोई व्यापार करते है तो आपको आपका पैन कार्ड का नम्बर पैन कार्ड आने से पहले ही मिल जायेगा। अब पैन कार्ड बनवाने में कुछ बदलाव किये गये हैं, जिसके अन्तर्गत आपका समय बच जायेगा। अब पैन कार्ड के साथ में आपका आधार कार्ड नम्बर भी साथ में जोडा है।

ये है पेन कार्ड बनाने के आसान और फ़ास्ट तरीक़ा 

पैन कार्ड बनवाने के लिए अब आपको किसी को ज्यादा पैसे देने की जरूरत नहीं होगी। अगर आपने अपना आधार कार्ड बनवाया है तो आप अपने घर पर बैठें की अपने पैन कार्ड के लिए पंजीकरण कर सकते हो। आपको इसके लिए कहीं पर भी भटकने की जरूरत नहीं होगी।

देखा जाये तो आपका पैन कार्ड बहुत ही मूल्यवान डोकोमेेंट है। आप अपने पैन कार्ड को कई प्रकार से यूज कर सकते हो। लेकिन आपको पता हो तो इसको मैंन इस्तेमाल आपके टैक्स भरने में होता है यह आपके बैंक खाते के साथ जोडा जाता है। इसलिए दूसरे कागजों की तरह यह भी महत्व रखता है।
अगर आपको पैन कार्ड बनवाना है तो आप इस साईट ( https://www.onlineservices.nsdl.com/paam/endUserRegisterContact.html ) पर जाये और वहां पर जाकर अपने पैन कार्ड के लिए Apply कर दें। इसमें apply करते समय आपको अपना आधार कार्ड भी साथ में ही वैरिफाई करवाना पडेगा। जिसके बाद ही आप फार्म को भर सकते हैं।


जब आप फार्म भरो तो इसमें आप अपना ओरिजिनल फोटो अपलोड करें और साथ में अपने आधार कार्ड को भी स्कैन करके अपलोड कर दें। आपको बता दें की पैन कार्ड की कुछ फीस लगती है जो आपको फार्म भरने के बाद जमा करनी होती है। आप इसको ऑनलाईन ही काट सकते हो। इस तरह से आप पैन कार्ड को बहुत जल्दी पा सकते हो।

अब बिना फाॅर्म भरे ही बन जाएगा आपका ड्राइविंग लाइसेंस, जानें नए नियम

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब लम्बे तामझाम, बार-बार फॉर्म भरने की प्रक्रिया से जल्द ही राहत मिलने वाली है। केंद्र सरकार ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनाने की जटिला को समाप्त करने के लिए मोटर वाहन अधिनियम में बदलाव करने जा रही है। नया कानून लर्निग डीएल, नया डीएल, डीएल नवीनीकरण आदि से लोगों अलग-अलग फार्म (प्रपत्र) भरने के झंझट से मुक्ति दिलाएगा।


विभाग के सूत्रों का कहना है कि अगले चरण में ऑन लाइन फॉर्म भरने की व्यवस्था भी की जाएगी। जिन लोगों के पास कंप्यूटर नहीं है या जो ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है, वे कॉल सेंटर में फोन करके अपनी डिटेल बता सकते हैं। कॉल सेंटर ऑपरेटर ऑनलाइन फॉर्म भरकर लाइसेंस लेने के इच्छुक व्यक्ति को संबंधित जोनल कार्यालय में जाने के लिए पहले से ही अपॉइंटमेंट दे देंगे। इस तरह अपॉइंटमेंट लेकर जाने वाले व्यक्ति को वहां जाकर सिर्फ अपने सर्टिफिकेट की कॉपियां देनी होंगी और फार्म पर हस्ताक्षर करने होंगे। हालांकि इस सिस्टम के शुरू होने में कुछ महीने का वक्त लग सकता है। यह भी पढ़ें: भारत के इन शहरों में 25 से लेकर 60 रुपए की कीमत में बनते है लाइसेंस वहीं, आवेदनकर्ता को डीएल बनवाने के लिए आधार कार्ड देना होगा। इससे देशभर में फर्जी डीएल बनाने के सिलसिले पर अंकुश लगेगा। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में राज्यों के क्षेत्रीय परिवहन कार्यायलों (आरटीओ) में लर्निग डीएल बनाया जाता है। एक निश्चित अवधि के बाद स्थायी डीएल पाने के लिए आवेदनकर्ता को नया फार्म भरना पड़ता है। इसी प्रकार डीएल के नवीनीकरण, मोटरसाइकिल-स्कूटर से कार का लाइसेंस बनाना, पता बदलने, डीएल में नाम बदलने, डुप्लीकेट डीएल बनाने के लिए हर बार फार्म भरना पड़ता है। उन्होंने बताया कि मोटर वाहन अधिनियम 1989 में बदलाव किया जा रहा है।

Monday 6 February 2017

आसानी से बनवाये रंगीन वोटर आईडी, वो भी बिना सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटे........


भारत में 18 साल से ऊपर की उम्र वाले नागरिक को व्यस्क और वोट देने के लिए वैध माना जाता है, ऐसे मे वो कभी भी घर बैठे बिना किसी चार्ज के अपना वोटर आईडी कार्ड बनवा सकते हैं। पहले जहां ब्लैक एंड व्हाइट वोटर आईडी कार्ड बनता था वहीं, अब कलर वोटर आईडी कार्ड भी बनाए जा रहे हैं।

अब आप घर बैठे स्मार्टफोन या कंप्यूटर की मदद से कलर वोटर आईडी कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए आपको ऑनलाइन एप्लाई करना होगा। इसके लिए आपके पास सिर्फ पर्सनल ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर होने चाहिए। इसके  लिए आपको बस चुनाव की आयोग की अधिकारीक पोर्टल यहाँ पर क्लिक करना है फिर निम्न स्टेप्स फोलो करने हैं।
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर आपको न्यू रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करना है। फिर एक पेज ओपन होगा जिसमें आपको चाही गई जानकारियां भरनी हैं। इसके बाद आपको यहां पर अपना सफेद बैकग्राउंड वाला पासपोर्ट साइज का कलर फोटो भी अपलोड करना है।
घर बैठे मोबाइल फोन या लैपटॉप की मदद से वोटर आईडी कार्ड बनवाने के लिए आपको पता और आईडी प्रूफ में अलग-अलग दस्तावेजों की कॉपी अपलोड करनी है। इसके लिए आप 10वीं की मार्कशीट, पासपोर्ट, बर्थ सर्टिफिकेट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, फोन/बिजली/पानी/गैस कनेक्शन बिल, बर्थ सर्टिफिकेट, ड्राइविंग तथा इनकम टैक्स 16 फॉर्म आदि में से किन्ही दो दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड कर सकते हैं।

कलर वोटर आईडी कार्ड के लिए एकबार ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद उसमें संलग्न किए गए दस्तावेजों की जांच करने के लिए आपके एरिया का बूथ लेवल ऑफिसर आपके घर पर आएगा। वो आपके इन दस्तावेजों की कॉपी को वेरिफाई करने के लिए ले जाएगा। इसके बाद 1 महीने के अन्दर आपको कलर वोटर आईडी कार्ड आपके घर पोस्ट द्वारा पहुंच दिया जाएगा।

ऑनलाइन वोटर आईडी कार्ड आवेदन के लिए इस वेबसाइट पर जाये - http://www.nvsp.in/

कभी अपने जमुई जिले पर मेहरबान थी सरकार। अब किसी को फ़िक्र नहीं


बात जब नक्सल प्रभावित जिले के विकास की होती है तो सरकार चाहे दिल्ली की हो या पटना की, चुप्पी साध लेती है। जमुई की धरती से खनिज संपदा दोहन के मामले में सरकार का रूख कुछ ऐसा ही दिख रहा है।
दरअसल झारखंड बंटवारे के बाद जब जमुई में खनिज संपदा का भंडार मिला तो सरकार झूम उठी थी। करमटिया में सोना, मंजोष में लौह अयस्क मिलने के बाद वर्ष 2002 में ऐसा लगा मानो बंटवारे की हीनता झेल रहे बिहार की तकदीर बदल जाएगी। वर्ष 2016 में सरकार एक बार फिर झूमी। झाझा के बामन थानू में जरकोनियम के भंडार का पता चला।


जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया, पटना के प्रोजेक्ट मैनेजर एसके दत्ता ने बताया था कि बामन थानू नामक स्थान में जरकोनियम नामक तत्व की बहुलता है। जरकोनियम की मात्रा काफी अधिक अर्थात 4000 पीपीएस (पार्ट पर मिलियन) पाई गई है। जिसकी रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी गई थी। विडम्बना यह है कि इन खनिज संपदा के दोहन को लेकर सरकार अब चिन्तित नहीं दिख रही। मंजोष के लौह अयस्क के लिए ग्लोबल टेंडर नहीं हुआ। जबकि केन्द्र सरकार ने वर्ष 2016 में ही पांच भू-छेदन कर भूगर्भ पट्टी में लौह अयस्क पता लगाने की योजना बनाई थी।


जमुई में खनिज संपदा पर एक नजर
* सोनो के करमटिया में सोना
* सिकन्दरा के मंजोष में लौह अयस्क
* सोनो खैरा में गोमेद अन्य कीमती पत्थर
* चकाई में रूबी मायका (अबरख)
* झाझा के बामन थानू में जरकोनियम