Friday 22 June 2012

स्व. दिग्विजय सिंह की पुण्यतिथि कल

जमुई : पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह की दूसरी पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव नया गांव समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। पुण्यतिथि के मौके पर सूबे के कई मंत्री व सांसद के पहुंचने की बात बताई जा रही है। लालकोठी से मिली जानकारी के अनुसार कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य मंत्री आश्रि्वनी चौबे, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, जमुई सांसद भूदेव चौधरी सहित स्थानीय विधायक व कई अन्य नेता श्रद्धा सुमन अर्पित करने नया गांव पहुंचेंगे।


दिग्विजय सिंह का राजनीतिक सफर

दिग्विजय सिंह का जन्म 14 नंवबर 1955 को बिहार के जमुई में सुरेंद्र सिंह के घर हुआ था। वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उन्होंने एमए की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से पूरी की और उसके बाद एमफिल करने दिल्ली चले गए। जहां उन्होंने जेएनयू से एमफिल किया। उसके बाद कुछ समय के लिए दिग्विजय सिंह टोकियो विश्वविद्यालय भी गए।
अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत दिग्विजय सिंह ने जेएनयू से किया । उसके बाद 1990 में वह पहली बार राज्यसभा पहुंचे और इसके साथ ही 1990-91 में ही चंद्रशेखर के मंत्रिमंडल में वह मंत्री भी रहे।
अपने 55 साल के जीवन में दिग्विजय सिंह 5 बार संसद सदस्य रह चुके थे। तीन बार लोकसभा ( 1998,1999,2009) और दो बार राज्यसभा (1990, 2004) के सदस्य। इतना ही नहीं एनडीए के शासन काल में 1999-2004 के बीच दिग्विजय सिंह अटल बिहारी बाजपेयी के मंत्रिमंडल में मंत्री भी रह चुके थे।
वह जार्ज फर्नाडिंस के सबसे करीबी माने जाते थे। इसी वजह से 2009 में हुए 15वीं लोकसभा चुनाव के वक्त उन्हें पार्टी ने लोकसभा का टिकट देने से इंकार कर दिया। उसके बाद भी दिग्विजय सिंह ने हार नहीं मानी और बिहार में जदयू की लहर होने के बाद भी बांका से लोकसभा का निर्दलीय चुनाव लड़ा और भारी मतों से विजई हुए। पिछले कुछ समय से दिग्विजय सिंह बिहार में नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे थे। उन्होंने कई मंचों पर नीतीश के खिलाफ कई आरोप लगाए थे।

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