Saturday 20 October 2012

अटूट आस्था से जुड़ी है श्रीश्री 108 वैष्णवी दुर्गा मंदिर


झाझा : जिले का प्रमुख श्रीश्री 108 वैष्णवी दुर्गा मंदिर झाझा के प्रति लोगों की अटूट आस्था है। सौ साल पुराने इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि जो भी व्मन्नत मांगते हैं निश्चित रुप से पूरी होती है। वर्ष 1962 में स्थानीय लोगों ने संगमरमर से बनी मां दुर्गा की प्रतिमा मंदिर में स्थापित किया था। मंदिर के पंडित दामोदर जी नवरात्र के अवसर पर कलश स्थापना कर विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हैं जबकि बंगाल के पंडित महाष्टमी को मां की प्राण प्रतिष्ठा करते हैं।
श्रीश्री 108 वैष्णवी दुर्गा पूजा समिति के सदस्य बताते हैं कि वर्षो पूर्व जगत गुरु शंकराचार्य एवं आचार्य कृपाली द्वारा प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। उसी समय से स्थापित प्रतिमा में साक्षात मां दुर्गा वास करती है।
मुंगेर के कलाकार कर रहे प्रतिमा का निर्माण
मुंगेर के कलाकार महादेव पंडित मां दुर्गा की प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। वहीं बंगाल एवं झारखंड राज्य के कलाकारों द्वारा भव्य पंडाल बनाया जा रहा है। इसके अलावे पंडाल एवं मंदिर की लाइटिंग एवं फूलों के श्रृंगार की व्यवस्था झारखंड एवं बंगाल के मिस्त्री द्वारा अंतिम रुप दिया जा रहा है।
क्या है आकर्षण का केंद्र
मां वैष्णवी दुर्गा के भक्तों के लिए भगवान शंकर एवं गणेश द्वार के साथ-साथ विद्युत सज्जा एवं प्रथम बार मां का गर्व ग्रह में फूलों का श्रृंगार आकर्षण का केन्द्र है।
बंगाल के पंडित करते हैं प्राण-प्रतिष्ठा
श्रीश्री 108 वैष्णवी दुर्गा मंदिर में नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना झाझा के दामोदर पंडित करते हैं जबकि महाष्टमी के दिन कोलकाता के प्रसिद्ध पंडित अखलेश्वर मुखर्जी मां की प्राण प्रतिष्ठा करते हैं।
यहां मुरादे होती है पूरी
झाझा शहर के मोती लाल गोयल एवं लक्ष्मण झा ने कहा कि वर्षो पूर्व मेरी स्थिति बहुत खराब थी। उसी समय मां से जुड़े और मेरा दिन बदलता चला गया। श्री झा ने बताया कि 1990 में मंदिर के समीप ही मुझ पर जानलेवा हमला हुआ था परंतु मां की कृपा से कुछ नहीं हुआ।
प्रसाद का वितरण एवं नित्यदिन जागरण
अष्टमी, नवमी एवं दशमी के दिन भक्तों को रोजाना अलग-अलग तरह के प्रसाद मिलेंगे। लगभग 400 दुर्गा रुपी कुमारी कन्याओं को भोजन कराया जाएगा। समिति के सचिव रामाकांत शर्मा ने बताया कि दुर्गा पूजा में नौ दिनों तक श्याम बाल मंडल द्वारा रात्रि जागरण किया जा रहा है।
मां की सेवा में लगे हैं ये लोग
श्रीश्री 108 वैष्णवी दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधान पार्षद डॉ. रविन्द्र यादव, उपाध्यक्ष प्रफुल्ल चन्द्र त्रिवेदी, सचिव रामाकांत शर्मा, कपिलदेव अग्रहरी, लक्ष्मण झा आदि कई कार्यकर्ता मां की सेवा में विगत 25 सालों से लगे हैं। 

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