Monday 14 May 2012

कड़ी धूप में भी पेड़ की छांव में चलती है स्कूल


बरहट, निज प्रतिनिधि : इस चिलचिलाती धूप में जब युवा निकलने से परहेज करते है। दोपहर होते-होते गांव की गलियां व शहर के सड़क सुन्न पड़ जाती है। वैसी स्थिति में भी खैरा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय झिकुटिया के बच्चे धूप व तेज पछिया हवा में पेड़ के नीचे शिक्षा ग्रहण करने को विवश हैं। स्थापना के बाद से ही यह विद्यालय भवनहीन है। जिस कारण स्कूल में नामांकित 120 बच्चे पेड़ के नीचे पढ़ाई करते हैं। विभागीय लापरवाही की हद तब हो गयी जब वर्ष 2007 में नवीन विद्यालय के रूप से स्थापित इस विद्यालय को वर्ष 2009 में उत्क्रमित कर दिया गया। लेकिन स्थापना के 5 वर्ष से स्कूल भवनहीन है। जबकि विद्यालय में चार शिक्षिकाएं प्रतिनियुक्त हैं। सूत्रों की माने तो कुछ दिन पूर्व स्कूल संचालन के दौरान वह पेड़ गिर गया जिसके नीचे बच्चे पढ़ते थे। संयोग से उस दिन बच्चे दूसरे पेड़ की छांव में पढ़ रहे थे वरना एक बड़ी घटना घट सकती थी। प्रधानाध्यापिका मधु देवी बताती है कि भवन के अभाव में पठन-पाठन में काफी परेशानी होती है। बच्चे सर्दी, गर्मी व बरसात में खुले आसमान के नीचे पढ़ते हैं। सोमवार क ो पांचवीं कक्षा का छात्र संतोष कुमार गर्मी से बेहोश हो गया। वहीं अभिभावक सुलेना देवी, मुनिया देवी, कारी देवी आदि बताती है कि धूप में हमारे बच्चे की तबियत खराब हो रही है। लेकिन क्या कर सकते हैं, पढ़ाना तो है। इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राज देव राम कहतें हैं कि उक्त विद्यालय के पास जमीन उपलब्ध नहीं हैं। जमीन के लिए प्रयास किया जा रहा है। 

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