चकाई, निज प्रतिनिधि : सरकार जहां पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रयासरत है वहीं चकाई मुख्यालय से महज तीन किमी मीटर की दूरी पर चकाई-सरौन मुख्य मार्ग पर स्थित ब्रजो मनिहारी जंगल में हजारों आंवला के पेड़ को दिनदहाड़े काटा जा रहा है। 25 से 30 की संख्या में महिला-पुरुष आंवला वृक्ष को काट रहे हैं और वन पदाधिकारी एवं वनपाल चैन की नींद सो रहे है। बता दें कि आयुर्वेदिक दवाओं में काम आने वाले वृक्षों की अवैध कटाई के क्रम में अब लोग आंवला के पेड़ को टारगेट किए हुए है। ग्रामीणों द्वारा कई बार वन विभाग के पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई पर अब तक इस पर रोक नहीं लग पाया है। नतीजतन औषधीय पौधों की कटाई निरंतर जारी है। इस बाबत वन क्षेत्र अधिकारी आरएन झा से पूछे जाने पर बताया कि जंगल काटे जाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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