Thursday 10 May 2012

गोलीकांड के विरोध में सड़क जाम


जमुई, जागरण प्रतिनिधि : गुरुवार को औरंगाबाद गोलीकांड की घटना के विरोध में भाकपा माले ने घोषित बिहार बंद के तहत स्थानीय कचहरी चौक को एक घंटे तक जाम किया। जिससे शहर की यातायात व्यवस्था पर असर पड़ा। माले कार्यकर्ता औरंगाबाद जेल में बंद 29 व्यक्तियों के साथ माले नेता राजा रामसिंह की रिहाई की मांग कर रहे थे। माले कार्यकर्ताओं ने स्थानीय स्टेडियम मैदान से एक जुलूस निकाला जिसमें दर्जनों पुरुष-महिला सदस्यों ने भाग लिया। राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाते माले कार्यकर्ताओं का जत्था महाराजगंज, पुरानी बाजार, बोधवन तालाब , अस्पताल रोड होकर कचहरी चौक पहुंचा और सड़क जाम किया। माले के इस बंद को भाकपा ने भी समर्थन दिया। भाकपा के जिला सचिव ने बंद का समर्थन करते हुए कहा कि वामपंथी एकता के लिए यह जरुरी भी है। इस मौके पर माले जिला कमेटी सदस्य जयराम तूरी ने कहा कि सरकार दलितों के नाम पर महादलित को ठगने का काम किया है। सभा को उमाशंकर पासवान, बसाबत अंसारी, सावित्री देवी, त्रिलोकी राय ने भी संबोधित किया। इधर माले के बंद का कोई खास असर नहीं दिखा। बाजार खुले रहे व एक घंटे तक रहे सड़क जाम के बाद परिचालन सामान्य हो गया।
चकाई, निज प्रतिनिधि के अनुसार औरंगाबाद डीएम व एसपी की बर्खास्तगी एवं गिरफ्तार माले नेताओं की बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा गुरुवार की सुबह से ही चकाई चौराहे को जाम कर कर दिया गया। जाम कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे कामरेड मनोज पांडेय ने चकाई चौराहे पर कार्यकर्ताओं एवं जाम में फंसे सैकड़ों लोगों को संबोधित किया। बंद का नेतृत्व का. मनोज पांडेय, शिवन राय, प्यारु यादव, शाहीद अंसारी, हरि पुझर, फूचन टुडडु, शंभू पांडेय, उल्फत मियां इत्यादि कर रहे थे। 12 बजे यात्रियों की असुविधा को देख माले समर्थकों ने स्वत: जाम हटाया तब यात्रियों ने राहत की सांस ली। अंत में मांगों से संबंधित एक ज्ञापन राज्यपाल के नाम बीडीओ चकाई को सौंपा।

No comments:

Post a Comment