Monday 30 April 2012

अब गांव की गलियों में एम्बुलेंस सेवा


जमुई : अब बड़े शहरों की तरह गांव की गलियों तक जच्चा-बच्चा के लिए हाईटेक एम्बुलेंस सेवा हर वक्त उपलब्ध होगी। बिहार शताब्दी के मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा घोषित 102 एम्बुलेंस सेवा एक मई से दौड़ लगाएगी। बीपीएल कार्डधारी, सीनियर सीटीजन हों या फिर महादलित टोले में रहने वाले परिवार बेहतर स्वास्थ्य सेवा पाने के लिए 102 नम्बर पर काल करें और निश्शुल्क एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध होगी जो तक्षण मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाएगी। चिकित्सकों की राय पर यह सेवा सदर अस्पताल तक मुहैया कराई जाएगी।
जमुई को मिले 10 एम्बुलेंस
102 एम्बुलेंस सेवा के तहत जमुई जिले को दस हाईटेक एम्बुलेंस उपलब्ध कराए गए हैं। इन एम्बुलेंसों में जीपीएस लगा है जो एम्बुलेंस के लोकेशन को बताएगा। साथ ही इस वातानुकूलित एम्बुलेंस में दो चालक, एक स्वास्थ्यकर्मी, इमरजेंसी दवाएं तथा आक्सीजन भी उपलब्ध होगी। सिविल सर्जन डॉ. चन्देश्वर चौधरी ने बताया कि एक मई को जिलाधिकारी एम्बुलेंस को झंडी दिखाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रवाना करेंगे। हालांकि इसके व्यापक प्रचार-प्रचार नहीं किए हैं। डॉ. चौधरी बताते हैं कि पीएचसी तक एम्बुलेंस पहुंचने के बाद प्रचार-प्रसार किया जाएगा। साथ ही उक्त सेवा को पाने के नियमों की जानकारी दी जाएगी।
102 नम्बर पर करें डायल
सुदूरवर्ती गांव-देहात के लिए यह एम्बुलेंस सेवा मुख्य रुप से उपलब्ध कराई गई है। लाभुकों को सेवा पाने के लिए 102 नम्बर डायल करना होगा। सिविल सर्जन बताते हैं कि 102 नम्बर डायल करने पर कंट्रोल रूम से कुछ सवाल पूछे जाएंगे। मसलन, मरीज बीपीएल कार्डधारी है। मरीज के गांव अथवा टोले का क्या है लोकेशन। मरीज गर्भवती महिला है अथवा कोई दुर्घटना का शिकार। इन सूचनाओं को प्राप्त करने के बाद एम्बुलेंस बताए गए स्थान पर पहुंच जाएगी।

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