Wednesday 11 April 2012

व्यवस्था के अभाव में सड़ जाएंगे धान



जमुई, जागरण प्रतिनिधि : सरकार द्वारा किसानों से खरीदे गए धान को व्यवस्था के अभाव में खुले आसमान के नीचे रखा जाता है। मौसम का यह आलम है कि लगभग हर रोज बारिश होती है। ऐसा कहा जा सकता है कि बारिश के चलते धान सड़ जाएंगे। राज्य खाद्य निगम के पास दस क्रय केन्द्र हैं। इन क्रय केन्द्रों पर 15 हजार क्विंटल धान रखने की क्षमता है। इसके अलावे रावणेश्वर हाल जमुई में 4222, कल्याणपुर छात्रावास इंदपै में 9100, महादेव सिमरिया में 2487 एवं उच्च विद्यालय मलयपुर में 22518.80 क्विंटल धान रखे गए हैं। यहां बता दें कि मलयपुर उच्च विद्यालय में जो धान रखे गए हैं वह खुले आसमान के नीचे है और विभाग के पास इसके बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है। मजबूरन राज्य खाद्य निगम को धान खुले आसमान के नीचे रखना पड़ रहा है। मजे की बात यह है कि इस धान की सुरक्षा के लिए कोई रात्रि प्रहरी या सुरक्षा गार्ड की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई है। यूं कहें कि बाहर में रखे गए धान भगवान भरोसे हैं।
अधिकारी ने कहा
डीएसओ विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि खुले आसमान के नीचे धान को सुरक्षित रखने के लिए कैप्स बनाना है। धान की सुरक्षा के लिए जिलाधिकारी ने एसपी जमुई को प्रहरी का इंतजाम के लिए पत्र लिखा है।

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