निज प्रतिनिधि, लक्ष्मीपुर : जहां कभी नक्सलियों द्वारा अवैध रूप से
अफीम की खेती की जाती थी और उसे धनोपार्जन का आधार बनाया जाता था। वहीं एक
किसान फूलों की खेती कर अपने जीवन को रंग बिरंगी खुशबू से संवार रहा है। जी
हां यह बानगी है लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मटिया हनुमान चौक निवासी
श्यामली मिस्त्री के पुत्र मनोज कुमार शर्मा की। मनोज अपने क्षेत्र के
किसानों के लिए प्रेरणाश्रोत बन गया है। मनोज ने कुल एक एकड़ की जमीन में
गेंदा फुल की खेती की और उसे बेचकर पिछले महीने दस हजार रुपये तक कमाई की।
मनोज ने बताया कि अपने एक एकड़ की जमीन में उसने कई उन्नत किस्म के फलदार व
कीमती इमारती लकडि़यों के वृक्ष लगाए थे। बावजूद पूरी जमीन खाली-खाली दिख
रही थी। उस खाली भू-भाग में गेंदा व गुलाब के पौधे लगा दिया। मनोज के
प्रयास को आत्मा के पदाधिकारियों ने भी सराहा है। हाल ही में आत्मा के उप
परियोजना निदेशक ने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ मनोज के बगीचे का
भ्रमण किया व कई आवश्यक टिप्स भी दिए।
बाजार का अभाव
मनोज ने बताया कि फूलों के व्यवसाय हेतु बाजार का अभाव है। पड़ोसी जिला देवघर तथा पटना जहां फूलों की अत्यधिक खपत है वहां के फूल व्यवसायियों को यहां के बारे में जानकारी नहीं है। जिस दिन जानकारी होगी उस दिन फूलों का बगीचा सोना उगलना शुरू कर देगी।
क्या कहते हैं जिला कृषि पदाधिकारी
जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि एक व्यक्ति के लिए विभाग की ओर से मार्केटिंग की व्यवस्था करना संभव नहीं है। लेकिन विभाग फूलों की खेती हेतु समूह निर्माण को प्रोत्साहन देगी और समूह में खेती करने पर विभाग की ओर से मार्केटिंग की व्यवस्था भी की जाएगी।
बाजार का अभाव
मनोज ने बताया कि फूलों के व्यवसाय हेतु बाजार का अभाव है। पड़ोसी जिला देवघर तथा पटना जहां फूलों की अत्यधिक खपत है वहां के फूल व्यवसायियों को यहां के बारे में जानकारी नहीं है। जिस दिन जानकारी होगी उस दिन फूलों का बगीचा सोना उगलना शुरू कर देगी।
क्या कहते हैं जिला कृषि पदाधिकारी
जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि एक व्यक्ति के लिए विभाग की ओर से मार्केटिंग की व्यवस्था करना संभव नहीं है। लेकिन विभाग फूलों की खेती हेतु समूह निर्माण को प्रोत्साहन देगी और समूह में खेती करने पर विभाग की ओर से मार्केटिंग की व्यवस्था भी की जाएगी।
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