Friday 21 December 2012

सबसे कम आयु की मुखिया बनी रुबी


सबसे कम आयु की मुखिया बनी रुबी
निज प्रतिनिधि, चकाई : काफी गहमागहमी एवं कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार को प्रखंड परिसर में ठाढ़ी पंचायत में मुखिया पद के लिए हुए उपचुनाव की मतगणना में 385 मत प्राप्त कर रुबी कुमारी मुखिया निर्वाचित हुई। सुबह आठ बजे सभी प्रत्याशियों के समक्ष स्ट्रांग रुम खोलकर मतपेटियां निकाली गई। साथ ही जिला आए चुनाव पर्यवेक्षक अरविंद कुमार झा, प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह, अंचलाधिकारी सह चुनाव नियंत्रक कौशल किशोर एवं जिला से प्रतिनियुक्त मतगणना कर्मियों ने प्रत्याशियों के समक्ष मतगणना कार्य प्रारंभ किया। पहले चरण की गिनती में पूर्व मुखिया की पत्‍‌नी अनुकर्णिका देवी ने बढ़त हासिल की। दूसरे चरण में संजय टुड्डु आगे चल रहे थे परंतु तीसरे चरण में नक्सली हिंसा में मारे गए मुखिया स्व. लालमोहन यादव की पुत्री रुबी कुमारी को बढ़त मिली। जमुई जिला में सबसे कम आयु (22 वर्ष) में मुखिया बनने का कीर्तिमान रुबी कुमारी ने बना डाला। वहीं 369 मत प्राप्त कर सुरेश लाल वर्णवाल दूसरे स्थान पर रहे, 356 मत लेकर संजय टुड्डु ने तीसरा एवं 304 मत प्राप्त कर अणुकर्णिका चौथे स्थान पर रही। मात्र 17 मत पाकर रसिका मरांडी सबसे निचले पायदान पर रही। विदित हो कि ग्यारह माह पूर्व ठाढ़ी पंचायत के मुखिया लाल मोहन यादव की हत्या रामसिंहडीह पहाड़ी के समीप नक्सलियों ने गोली मारकर कर दी थी। इससे पंचायत में मुखिया पद रिक्त था।
बाक्स
नवनिर्वाचित मुखिया को दिलाई गई शपथ
चकाई : प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने नवनिर्वाचित मुखिया रुबी कुमारी को प्रमाण पत्र सौंपा। प्रमाण पत्र देने के बाद रुबी कुमारी को जिला पर्यवेक्षक अरविंद कुमार झा की उपस्थिति में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। रुबी ने निष्ठापूर्वक बगैर पक्षपात एवं भेदभाव के कार्य करने एवं गोपनीयता का संकल्प लिया। संकल्प समारोह में थानाध्यक्ष दुर्गेश राम, अंचलाधिकारी कौशल किशोर, लिपिक बालमुकुंद कुमार आदि मौजूद थे। मौके पर ही पंचायत सचिव प्रशांत कुमार ने पंचायत का प्रभार नवनिर्वाचित मुखिया को सुपुर्द किया। प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार के निर्देश पर मुखिया का नमूना हस्ताक्षर लेकर संबंधित बैंक को भेजा गया।
बाक्स
पिता की याद में फफक पड़ी रूबी
चकाई : रुबी के विजयी होने के बाद आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उसकी मां रो पड़ी। पति के पद पर पुत्री को काबिज होते देख कर रेणु देवी की आंखें छलक गई। 

No comments:

Post a Comment