जमुई। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएच-333 को टू लेन बनाने के
प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब झारखंड सीमा तक एन एच 333 की चौड़ाई 10
मीटर होगी। पहले चरण में 68 करोड़ की लागत से कटौना से बनझुलिया (किमी
62-75) के बीच 14 किमी सड़क टू लेन बनेगा। दूसरे चरण में बनझुलिया से झारखंड
सीमा (किमी 76-141) के बीच सड़क को टू लेन यानी 10 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा।
एनएच के सहायक अभियंता नन्दकिशोर गुप्ता ने बताया कि सड़क परिवहन एवं
राजमार्ग मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद चौड़ीकरण का रास्ता साफ हो गया
है।
जस की तस रह जाएगी जंगल में सड़क
गंगटा-लक्ष्मीपुर जंगल के बीच सड़क की चौड़ाई में फिलवक्त कोई बदलाव नहीं होगा। दरअसल वन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण चौड़ीकरण का कार्य बाधित है। जंगल में 5 किमी तक सड़क की चौड़ाई महज 10 फीट है। जहां वाहन रेंगते हैं। यही वजह है कि सड़क जाम लगना नियति बन गई है तो दूसरी तरफ आपराधिक घटनाओं का कारण भी बन गया है। कम चौड़ी सड़क को अपराधी आसानी से अवरुद्ध कर लूट की घटना को अंजाम देते है।
वाहनों को मिलेगी रफ्तार
बरियारपुर से झारखंड सीमा तक एनएच-333 की लम्बाई 141 किमी है जिसमें अधिकांश भाग जमुई जिले में पड़ता है। फिलवक्त जमुई जिला अंतर्गत 104 किमी एनएच-333 की चौड़ाई 7 मीटर है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 10 मीटर चौड़ीकरण की स्वीकृति दी है। ऐसे में वाहनों को रफ्तार मिलेगी। साथ ही झारखंड के विभिन्न शहरों तक पहुंचने में कम समय लगेगा। अहम बात यह है कि चौड़ीकरण से कटौना, मोहुली एवं सोनो के करीब के आधा दर्जन ब्लैक स्पॉट खत्म हो जाएंगे। जहां दर्जनों लोग अब तक सड़क दुर्घटना में जान गवां बैठे हैं।
गौरतलब हो कि एनएच-333 पर इन दिनों भारी वाहनों का दबाव बढ़ गया है। साथ ही झारखंड व पूर्व बिहार को जोड़ने वाली यह अहम सड़क है।
---
एनएच 333 के चौड़ीकरण को लेकर शीघ्र निविदा की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके अलावा बरियारपुर से आगे मधवा पुल को भी बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
-हरेन्द्रमणि त्रिपाठी, कार्यपालक अभियंता, एनएच मुंगेर प्रमंडल।
जस की तस रह जाएगी जंगल में सड़क
गंगटा-लक्ष्मीपुर जंगल के बीच सड़क की चौड़ाई में फिलवक्त कोई बदलाव नहीं होगा। दरअसल वन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण चौड़ीकरण का कार्य बाधित है। जंगल में 5 किमी तक सड़क की चौड़ाई महज 10 फीट है। जहां वाहन रेंगते हैं। यही वजह है कि सड़क जाम लगना नियति बन गई है तो दूसरी तरफ आपराधिक घटनाओं का कारण भी बन गया है। कम चौड़ी सड़क को अपराधी आसानी से अवरुद्ध कर लूट की घटना को अंजाम देते है।
वाहनों को मिलेगी रफ्तार
बरियारपुर से झारखंड सीमा तक एनएच-333 की लम्बाई 141 किमी है जिसमें अधिकांश भाग जमुई जिले में पड़ता है। फिलवक्त जमुई जिला अंतर्गत 104 किमी एनएच-333 की चौड़ाई 7 मीटर है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 10 मीटर चौड़ीकरण की स्वीकृति दी है। ऐसे में वाहनों को रफ्तार मिलेगी। साथ ही झारखंड के विभिन्न शहरों तक पहुंचने में कम समय लगेगा। अहम बात यह है कि चौड़ीकरण से कटौना, मोहुली एवं सोनो के करीब के आधा दर्जन ब्लैक स्पॉट खत्म हो जाएंगे। जहां दर्जनों लोग अब तक सड़क दुर्घटना में जान गवां बैठे हैं।
गौरतलब हो कि एनएच-333 पर इन दिनों भारी वाहनों का दबाव बढ़ गया है। साथ ही झारखंड व पूर्व बिहार को जोड़ने वाली यह अहम सड़क है।
---
एनएच 333 के चौड़ीकरण को लेकर शीघ्र निविदा की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके अलावा बरियारपुर से आगे मधवा पुल को भी बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
-हरेन्द्रमणि त्रिपाठी, कार्यपालक अभियंता, एनएच मुंगेर प्रमंडल।
No comments:
Post a Comment