Monday 27 February 2012

पांच दिनों में पांच करोड़ का व्यापार!

मैट्रिक परीक्षा आते ही दुकानदारों के चेहरों पर रौनक आ गई है। पांच दिनों की मैट्रिक परीक्षा में अनुमान के अनुसार पांच करोड़ से अधिक रुपये का व्यापार जिले के बाजारों में हुआ है। 22 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित मैट्रिक परीक्षा में लगभग 25 हजार छात्र-छात्राएं विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर शामिल हुई हैं। यदि एक परीक्षार्थी औसतन दो हजार रुपये ही परीक्षा के दौरान खर्च करते हैं तो व्यापार का आंकड़ा पांच करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है।
अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ सह केकेएम कॉलेज के प्राध्यापक डा. सुरेन्द्र सिंह ने आसा व्यक्त करते हुए कहा कि यकीनन, यह जिले के बाजार का पहला उत्सव है। इसमें हर वर्ग के व्यवसायियों की आमदनी में कई गुणा इजाफा हुआ है। वह चाहे भोजनालय हो या फिर ठहरने का स्थान। सभी जगहों पर हाउस-फुल का बोर्ड लगा है। खासकर वाहन मालिकों की चांदी कट रही है। जमुई तथा झाझा शहर के बाजारों में देर शाम तक रौनक नजर आती है। उनकी मानें तो इस तरह के व्यापार से छोटे बाजारों की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि आमलोगों की जेब से पांच करोड़ रुपये अनुमान के मुताबिक बाजारों तक पहुंचना व्यवसायियों के लिए एक सुखद संदेश है। यह जिले के आर्थिक विकास में सहायक साबित होगा।

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