Thursday, 27 December 2012

कठिन साधना का पर्याय है रामप्रीत


कठिन साधना का पर्याय है रामप्रीत

निज प्रतिनिधि, सोनो : 15 वर्ष पूर्व हुई पत्‍‌नी की मौत के बाद से रामप्रीत की दुनियां ही बदल गई। धर्म के मार्ग पर उन्होंने यात्रा की शुरुआत कर दो देशों की दूरियां मिटा दी। दंडवत यात्रा करते हुए गुरुवार को रामप्रीत 63वें दिन सोनो पहुंचे। 24 अक्टूबर 2012 को नेपाल स्थित पशुपतिनाथ महादेव स्थान से जल उठाकर देवघर पहुंचने की हसरत लिए वे प्रति दिन दस किमी दंडवत यात्रा करते हैं। नेपाल के धनुषा जिला के रामदैया भवाड़ी गांव के रहने वाले रामप्रीत यादव की तपोनिष्ठा का प्रमाण इस बात से मिलता है कि जनकपुर धाम से देवघर तक कई वर्ष पूर्व उन्होंने दंडवत यात्रा 22 दिनों में पूरी की थी जबकि 28 अगस्त 2009 को भी उन्होंने दूसरी बार इतनी ही दूरी तय की थी। 17 अक्टूबर 2010 पशुपतिनाथ महादेव मंदिर काठमांडू से वैजनाथ धाम होते हुए 11 महीने 15 दिनों बाद रामेश्वर धाम पहुंचे। चौथी यात्रा उन्होंने चार महीनों में पूरी करते हुए पशुपति नाथ से रुद्रप्रयाग राज पहुंचे। उनकी यात्रा में उनका इकलौता बेटा 17 वर्षीय संजय कुमार यादव साथ रहता है। 

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